BY: MOHIT JAIN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में पीएम मोदी ने विशेष 100 रुपये का सिक्का और डाक टिकट जारी किया।
उन्होंने कार्यक्रम के दौरान इन दोनों की अनोखी खासियत और इतिहास में उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।

भारतीय मुद्रा पर पहली बार भारत माता की तस्वीर
पीएम मोदी ने बताया कि 100 रुपये के विशेष सिक्के पर एक ओर राष्ट्रीय चिन्ह है, जबकि दूसरी ओर सिंह के साथ भारत माता की छवि दिखाई गई है। साथ ही समर्पण भाव से नमन करते हुए स्वयंसेवक भी इस चित्र में शामिल हैं।
मोदी ने कहा,
“भारतीय मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर है। संभवत: आजाद भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है।”
विशेष डाक टिकट की कहानी
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जारी किए गए डाक टिकट की विशेषता भी साझा की। उन्होंने बताया कि इस डाक टिकट में 26 जनवरी 1963 के गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड की झलक है। उस दिन RSS के स्वयंसेवक राष्ट्रभक्ति की धुन पर शान से कदमताल करते हुए परेड में शामिल हुए थे।

डाक टिकट में न केवल उस ऐतिहासिक पल की याद ताजा की गई है, बल्कि संघ के स्वयंसेवकों की देश सेवा की प्रतिबद्धता भी झलकती है।
समारोह में हुए मुख्य संदेश
पीएम मोदी ने कहा कि यह महानवमी का दिन है और उन्होंने देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि RSS की स्थापना 100 साल पहले भी ऐसे ही महान अवसर पर हुई थी।
मोदी ने संघ के सभी स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि हमारी पीढ़ी संघ के शताब्दी वर्ष जैसा महान अवसर देख रही है।
कार्यक्रम में शामिल लोग
इस समारोह में केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता, समाज के प्रबुद्ध वर्ग और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
यह ऐतिहासिक पल न केवल संघ की 100 साल की यात्रा का जश्न है, बल्कि भारतीय संस्कृति, देशभक्ति और सेवा भाव की अनोखी झलक भी प्रस्तुत करता है।