सीएम डॉ. मोहन यादव ने की क्रिएटर्स के लिए बड़ी घोषणा
by: vijay nandan
भोपाल: एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है भोपाल कंटेंट क्रिएटर्स समिट 2025, जहाँ देश-प्रदेश से आए 1500 से अधिक यूट्यूबर्स, इन्फ्लुएंसर्स, डिजिटल आर्टिस्ट और कंटेंट क्रिएटर्स ने अपनी मौजूदगी से राजधानी को डिजिटल एनर्जी से भर दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का डिजिटल विज़न
इस समिट में बतौर मुख्य अतिथि पहुँचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने युवाओं और क्रिएटर्स को संबोधित करते हुए कहा—
“आज हम डिजिटल युग में जी रहे हैं। सूचनाओं और घटनाओं का प्रसार बहुत तेजी से होता है। ऐसे दौर में कंटेंट क्रिएटर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भूमिका बेहद अहम है।”
सीएम ने यह भी ऐलान किया कि सिंहस्थ 2028 में सोशल मीडिया क्रिएटर्स को विशेष सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। साथ ही राज्य स्तर पर एक नया “क्रिएटर्स अवॉर्ड” शुरू करने का भरोसा भी दिया।

6 ट्रिलियन डॉलर की “क्रिएटर इकॉनमी”
कार्यक्रम में जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि कंटेंट क्रिएटर्स ने दुनिया की सोच बदलने का काम किया है। उन्होंने बताया कि यह अब एक नई तरह की ऑरेंज इकॉनमी (जिसे रचनात्मक अर्थव्यवस्था भी कहते हैं) बन चुकी है, हम सोच भी नहीं सकते हैं, इसका आकार वैश्विक स्तर पर 6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच चुका है, जो भारत की अर्थव्यवस्था से अधिक है।

आइडियाज़, इनोवेशन और नेटवर्किंग का मंच
समिट में न सिर्फ नए आइडियाज़ और इनोवेशन पर चर्चा हुई, बल्कि क्रिएटर्स ने अपने अनुभव साझा किए और डिजिटल पॉलिसीज़ पर भी बातें कीं।
- आयोजक मंयक तिवारी ने इस मंच की अहमियत बताई।
- क्रिएटर प्रभात पोद्दार और डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट दामिनी त्रिपाठी ने सोशल मीडिया ट्रेंड्स पर अपने विचार साझा किए।

करियर और क्रिएटिविटी दोनों का जश्न
कार्यक्रम में सोशल मीडिया पर करियर बनाने के अवसर, कंटेंट प्रोडक्शन की तकनीक और नए ट्रेंड्स पर वर्कशॉप्स रखी गईं।
इसके साथ ही समिट में म्यूजिक, डांस और एंटरटेनमेंट का रंग भी जमकर देखने को मिला।
युवा क्रिएटर्स जैसे आयुष साहू (भोपाली पाइंट) ने कहा कि भोपाल से अच्छा कोई शहर नहीं है। आप कहीं भी चले जाएं लेकिन हर जगह आप भोपाल ही मिस करेंगे।
अवॉर्ड नाइट: 17 कैटेगरी, बेस्ट परफॉर्मर को सम्मान
समिट का समापन क्रिएटर्स अवॉर्ड 2025 से हुआ। यहाँ 17 अलग-अलग कैटेगरी में बेस्ट परफॉर्मर्स को सम्मानित किया गया। भोपाल ने इस समिट के जरिए यह साबित कर दिया कि वह केवल मध्यप्रदेश की राजधानी ही नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया के भविष्य की क्रिएटिव राजधानी भी है। इस मंच ने दिखाया कि कैसे स्थानीय टैलेंट राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है।





