BY: Yoganand Shrivastva
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के एक भक्त ने अपनी कंपनी की सफलता के उपलक्ष्य में 121 किलो सोना चढ़ाने का फैसला किया है। इस सोने की अनुमानित कीमत करीब 140 करोड़ रुपये बताई जा रही है। भक्त ने अपनी पहचान गुप्त रखने की इच्छा जताई है। नायडू ने यह जानकारी मंगलागिरी में आयोजित गरीबी उन्मूलन (P4) कार्यक्रम के दौरान दी।
व्यवसायिक सफलता के बाद लिया निर्णय
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह भक्त लंबे समय से एक कंपनी शुरू करने का सपना देख रहा था। उसका मानना है कि भगवान वेंकटेश्वर की कृपा से उसका सपना साकार हुआ और व्यवसाय ने बड़ी सफलता हासिल की। अपनी इस उपलब्धि के प्रति कृतज्ञता जताते हुए उसने सोना मंदिर में अर्पित करने का निर्णय लिया। बताया गया कि कंपनी के 60% शेयर बेचकर उसने करीब 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर कमाए।
क्यों चुना 121 किलो सोना?
नायडू ने कहा कि वेंकटेश्वर स्वामी की प्रतिमा को रोजाना लगभग 120 किलो सोने के आभूषणों से सजाया जाता है। जब भक्त को यह जानकारी मिली, तो उसने सोचा कि वह 121 किलो सोना चढ़ाकर भगवान के प्रति अपना आभार प्रकट करेगा।
तिरुपति मंदिर की महिमा
आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर विश्व के सबसे धनी और प्रसिद्ध मंदिरों में गिना जाता है। यह मंदिर भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर स्वरूप को समर्पित है। हर साल यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। मंदिर में भक्तों की ओर से सोना, चांदी और नकदी के रूप में अरबों रुपये का चढ़ावा आता है।