आगरा में रविवार शाम सैकड़ों डॉग लवर्स और एनिमल फीडर्स सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का विरोध किया, जिसमें दिल्ली के स्ट्रे डॉग्स को पाउंड में भेजने की बात कही गई है।
पैदल मार्च से गूंजे नारे
एनिमल फीडर ग्रुप Vini Voice Voiceless की अगुवाई में यह पैदल मार्च राजा मंडी चौराहे से भगवान टॉकीज चौराहे तक निकाला गया।
- प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां और पोस्टर्स लिए हुए थे।
- “पशु क्रूरता बंद करो”, “काला कानून वापस लो”, और “We Want Justice” जैसे नारे लगाए गए।
कार्यक्रम में शामिल हुए लोग
इस मार्च में बड़ी संख्या में पशु प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
- मुख्य अतिथि: पीपल फॉर एनिमल्स दयालबाग की ओनर डॉ. सुरत प्रसाद।
- संयोजक: पेटा इंडिया और पीएफए आगरा की सदस्य विनीता शर्मा।
विनीता शर्मा ने कहा कि “सुप्रीम कोर्ट के आदेश और पशु क्रूरता के खिलाफ यह प्रदेश का पहला विरोध प्रदर्शन है। कुत्तों के साथ क्रूरता, मारपीट और अमानवीय व्यवहार अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पशुओं के अधिकार और गरिमा की रक्षा करना हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है।”
क्यों हो रहा है विरोध?
एनिमल फीडर ग्रुप और डॉग लवर्स का कहना है कि:
- सुप्रीम कोर्ट का हालिया आदेश संवेदना और मानवीय मूल्यों के खिलाफ है।
- यह आदेश भारतीय संविधान और एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) रूल्स 2023 की भावना का उल्लंघन करता है।
- स्ट्रे डॉग्स को पाउंड भेजने की बजाय मानवीय समाधान की जरूरत है।
बड़ी भागीदारी
इस पैदल मार्च में नीलम चतुर्वेदी, डॉ. रजनी भारती समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। सभी ने एक सुर में कहा कि पशु क्रूरता बंद होनी चाहिए और जानवरों के अधिकारों की रक्षा अनिवार्य है।





