रिपोर्ट- देवेन्द्र श्रीवास
जांजगीर-चांपा। पुलिस अक्सर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जानी जाती है, लेकिन कभी-कभी उनके मानवीय और संवेदनशील पहलू भी सामने आते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण जांजगीर-चांपा जिले में सामने आया, जब चांपा एसडीओपी यदुमणि सिदार और उनकी टीम ने देर रात एक घायल उल्लू की जान बचाई।
गश्त के दौरान हुआ हादसा
घटना शुक्रवार रात करीब दो बजे की है। एसडीओपी यदुमणि सिदार गश्त पर निकले थे। जैसे ही वे चांपा-बिर्रा मार्ग पर करनौद गांव के पास पहुंचे, उनकी गाड़ी से एक बड़ा उल्लू टकरा गया। उल्लू घायल होकर बीच सड़क पर बेसुध हालत में गिर पड़ा और किसी भी वाहन की चपेट में आने का खतरा था।
पुलिस ने दिखाई तत्परता
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए एसडीओपी ने तुरंत गाड़ी रुकवाई। उनके साथ मौजूद प्रधान आरक्षक अजय चतुर्वेदी और वाहन चालक ने सावधानी से उल्लू को सड़क से हटाया। घायल पक्षी को पानी पिलाया गया और प्राथमिक उपचार के तौर पर हल्का मरहम लगाया गया। थोड़ी देर बाद उल्लू हरकत में आया और टीम ने उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर छोड़ दिया।
संवेदनशीलता का मिला संदेश
यह घटना साबित करती है कि वर्दी के पीछे भी एक कोमल हृदय धड़कता है। चांपा पुलिस की इस पहल की स्थानीय स्तर पर खूब सराहना हो रही है। लोग इसे न केवल जीव-जंतुओं के प्रति दया और करुणा का संदेश मान रहे हैं, बल्कि समाज में पुलिस की सकारात्मक छवि को मजबूत करने वाला कदम भी बता रहे हैं।