जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल जंगल में सुरक्षाबलों ने शनिवार को बड़ी सफलता हासिल की। ऑपरेशन अखल के तहत अब तक दो आतंकियों को मार गिराया गया है।
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- पहला आतंकी: पुलवामा निवासी और लश्कर से जुड़ा हारिस नजीर डार
- दूसरा आतंकी: पहचान अभी सामने नहीं आई
- दोनों के शव बरामद किए जा चुके हैं
हिट-लिस्ट में था हारिस नजीर डार
हारिस नजीर डार सी-कैटेगरी का आतंकी था।
- वह उन 14 स्थानीय आतंकियों की सूची में शामिल था जिसे खुफिया एजेंसियों ने 26 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद जारी किया था।
- उसके पास से AK-47 राइफल, मैगजीन, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
- हारिस को शनिवार सुबह ढेर किया गया, जबकि दूसरा आतंकी दोपहर में मारा गया।
सर्च ऑपरेशन कैसे शुरू हुआ?
शुक्रवार शाम को इलाके में आतंकी गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
- जैसे ही सुरक्षाबल जंगल में पहुंचे, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
- जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ शुरू हो गई जो अब भी जारी है।
- सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, CRPF और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप इस अभियान में शामिल हैं।
इस हफ्ते की तीसरी बड़ी मुठभेड़
यह इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर में हुई तीसरी बड़ी मुठभेड़ है।
- 28 जुलाई: लिडवास के जंगलों में ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम हमले में शामिल 3 आतंकी मारे गए।
- 31 जुलाई: पुंछ जिले में एलओसी के पास घुसपैठ के दौरान दो आतंकी ढेर किए गए।
14 में से 7 आतंकी ढेर, बाकी की तलाश जारी
खुफिया एजेंसियों की सूची में शामिल 14 आतंकियों में से अब तक 7 मारे जा चुके हैं।
- 13 मई, शोपियां: शाहिद कुट्टे, अदनान शाफी, अहसान उल हक शेख मारे गए।
- 15 मई, पुलवामा: आमिर नजीर वानी, यावर अहमद भट और आसिफ अहमद शेख को ढेर किया गया।
- अब हारिस नजीर की मौत के बाद सिर्फ 7 आतंकी सक्रिय बचे हैं।
इलाके में कड़ी सुरक्षा
एनकाउंटर के चलते कुलगाम के अखल जंगल और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। अधिकारियों का मानना है कि इलाके में अभी और आतंकी छिपे हो सकते हैं।