जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कस चुकी हैं। इसी कड़ी में बीजेपी ने आज सुबह 10 बजे 44 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी। लेकिन महज 2 घंटे के भीतर प्रत्याशियों की सूची वापस ले ली। इसके ठीक आधे घंटे के बाद यानी 12.30 बजे 15 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। ये उन उम्मीदवारों के नाम हैं जिनकी किस्मत का फैसला पहले चरण में होने वाला है।
गौरतलब है कि जिन 44 प्रत्याशियों की सूची बीजेपी ने सुबह-सुबह जारी की थी उसमें तीनों चरणों के प्रत्याशियों के नाम शामिल थे।
सीट का नाम उम्मीदवार का नाम
- पाम्पोर इंजी. सैयद शौकत गयूर अंद्राबी
- राजपोरा अर्शीद भट्ट
- शोपियां जावेद अहमद कादरी
- अनंतनाग पश्चिम मोहम्मद रफीक वानी
- अनंतनाग अधिवक्ता सैयद वजाहत
- श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा सोफी यूसुफ
- शानगुस अनंतनाग पूर्व वीर सराफ
- इंदरवल तारीक कीन
- किश्तवाड़ शगुन परिहार
- पाडेर-नागसेनी सुनील शर्मा
- भदरवाह दलीप सिंह परिहार
- डोडा गजय सिंह राणा
- डोडा पश्चिम शक्ति राज परिहार
- रामबाण राकेश ठाकुर
- बनिहाल सलीम भट्ट
बता दें कि एक दशक के बाद जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र का पर्व लौटा है। चुनाव आयोग ने बताया था कि जम्मू कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होंगे और नतीजे 4 अक्टूबर को ही घोषित किए जाएंगे।
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव
18 सिंतबर को पहले चरण का चुनाव
25 सितंबर को दूसरे चरण का चुनाव
1 अक्टूबर को तीसरे चरण का चुनाव
नतीजे- 4 अक्टूबर
जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता
चुनाव आयोग प्रमुख राजीव कुमार ने बताया था कि, जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, एससी-7 और एसटी-9 हैं। जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता होंगे, जिनमें से 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं, 3.71 लाख पहली बार मतदाता और 20.7 लाख युवा मतदाता हैं।
30 सितंबर 2024 से पहले कराने थे चुनाव
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी और कहा गया था कि जल्द से जल्द यहां चुनाव हो। इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला चुनाते हुए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को आदेश दिए थे कि वो 30 सितंबर 2024 के पहले यहां चुनाव कराएं। इसी को देखते हुए भारतीय चुनाव आयोग की ओर से इलेक्शन को लेकर घोषणा की गई है।
साल 2014 के क्या रहे नतीजे?
जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। तब राज्य में 87 विधानसभा सीटें थीं। साल 2014 की परिणाम की बात करें तो बीजेपी ने 25, महबूबी मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने 28 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 15 तो कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि अन्य के खाते में 7 सीटें गईं थी। हालांकि, मौजूदा समय में घाटी की तस्वीर बदल चुकी है। यहां परिसीमन के बाद सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है। मौजूदा समय में 114 विधानसभा की सीटें हैं लेकिन 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके में है जिस पर पाकिस्तान का कब्जा है। इस तरह वर्तमान समय में जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 सीटें हैं। कुल मिला दे तो इनकी संख्या 90 हो जाती है। लद्दाख को इन्हीं में शामिल कर दिया गया है। साल 2014 के समय में जम्मू में 37 और कश्मीर घाटी में 46 और लद्दाख में 6 सीटें थीं। लेकिन 370 खत्म करने के बाद लद्दाख को जम्मू कश्मीर में ही मिला दिया गया था।