रिपोर्ट: वैभव चौधरी, धमतरी
धमतरी शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। आए दिन कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे नागरिकों में भय का माहौल है। नगर निगम की उदासीनता के चलते अब यह जिम्मेदारी स्वयंसेवी संस्था डॉक्स केयर फाउंडेशन ने अपने कंधों पर उठा ली है।
नगर निगम की निष्क्रियता के बीच संस्था आई आगे
जहां नगर निगम आवारा कुत्तों के बधियाकरण (Sterilization) को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है, वहीं डॉक्स केयर फाउंडेशन ने अपने स्वंय के खर्चे पर इस कार्य को अंजाम देना शुरू कर दिया है। संस्था ने अब तक करीब 163 आवारा कुत्तों का सफलतापूर्वक बधियाकरण कराया है, और यह प्रक्रिया लगातार जारी है।
रायपुर से बुलाए गए प्रशिक्षित वेटनरी डॉक्टर
संस्था ने इस कार्य के लिए विशेष तैयारी की है। रायपुर से दो प्रशिक्षित वेटनरी डॉक्टर को बुलाया गया है जो कि कुत्तों की सर्जरी कर रहे हैं। यह सारा कार्य संस्थान के खर्च पर हो रहा है, जिसमें न कोई सरकारी सहायता है और न ही नगर निगम का समर्थन।
घायल कुत्तों का इलाज और भोजन की व्यवस्था
डॉक्स केयर फाउंडेशन सिर्फ बधियाकरण ही नहीं, बल्कि घायल और बीमार कुत्तों के इलाज की जिम्मेदारी भी उठा रहा है। इसके अलावा संस्था के सदस्य हर दिन शहर में घूम-घूम कर इन आवारा कुत्तों को खाना भी खिलाते हैं।
संस्था के एक सदस्य ने बताया,
“शहर में कुत्तों की बढ़ती आबादी से नागरिकों को परेशानी हो रही है। दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इसी वजह से हमने यह जिम्मेदारी खुद उठाई है, ताकि कुत्तों की संख्या नियंत्रित हो और आम लोगों की सुरक्षा बनी रहे।”





