ग्वालियर में मानसून ने इस बार कहर बरपाया है। शुक्रवार को दिनभर लगातार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शहर की प्रमुख कॉलोनियों और सड़कों पर पानी भर गया है, जबकि नदियां, नाले और झरने खतरनाक स्तर तक उफान पर हैं।
तेज बारिश से टूटी सड़क, कारें गड्ढों में समाईं
दर्पण कॉलोनी में शुक्रवार सुबह अचानक सड़क धंस गई। गड्ढे में एक स्कॉर्पियो और एक अन्य कार फंस गईं। यह घटना महल रोड की धंसी सड़क के कुछ ही दिनों बाद हुई, जिससे नगर निगम की लापरवाही भी उजागर हुई है।
706 मिमी पहुंची बारिश, तय कोटे से 238% ज्यादा
- सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक 33.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
- इस सीजन में कुल 706 मिमी बारिश हो चुकी है।
- यह औसत कोटे से 238% अधिक है, जबकि जिले का कोटा पूरा होने में अब भी 200 मिमी की कमी है।
नदियां-झरने उफान पर, पिकनिक स्पॉट्स पर बढ़ी भीड़
झमाझम बारिश के चलते
- तिघरा डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
- आसपास के झरने बहने लगे हैं, जिससे पिकनिक स्पॉट्स पर लोगों की भीड़ बढ़ गई है।
- कई गलियां- मोहल्ले नालों में तब्दील हो गए हैं।
तिघरा डैम के गेट जुलाई में 5वीं बार खुले
इतिहास में पहली बार जुलाई महीने में तिघरा डैम के गेट पांच बार खोले गए हैं।
- लगातार कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश इसका मुख्य कारण है।
- ककैटो, अपर ककैटो और पेहसारी डैम से भी पानी छोड़ा जा रहा है।
- वर्ष 2024 और 2023 में गेट केवल सितंबर में खोले गए थे।
मौसम विभाग का अलर्ट: अगले 24 घंटे बेहद भारी
- ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी और श्योपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
- अगले 24 घंटे में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
- मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी तक ट्रफ लाइन सक्रिय है, जिससे नमी और वर्षा बनी रहेगी।
बारिश की वजह: सक्रिय डिप्रेशन सिस्टम
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि
- दक्षिणी यूपी और मध्यप्रदेश में डिप्रेशन सिस्टम एक्टिव है।
- मानसून ट्रफ बीकानेर, दतिया और पूर्वी यूपी तक फैली हुई है।
- इसके असर से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बारिश हो रही है और आगे भी होती रहेगी।
ग्वालियर में जुलाई में हुई भारी बारिश ने बीते वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। तिघरा डैम से लेकर शहर की सड़कों तक हर जगह जलप्रलय जैसा दृश्य है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सख्त जरूरत है।