बिहार में मतदाता सूची के सत्यापन (वोटर वेरिफिकेशन) को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। बुधवार को महागठबंधन ने इसके विरोध में बिहार बंद का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर पूरे राज्य में देखने को मिला।
7 शहरों में ट्रेनें रोकी गईं, 12 नेशनल हाईवे रहे जाम
बंद के दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

- ट्रेन रोको आंदोलन: दरभंगा, भोजपुर, सुपौल, जहानाबाद, पटना, मुंगेर और अररिया जैसे शहरों में ट्रेनों को रोका गया।
- हाईवे जाम: समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, कटिहार, सुपौल, मधेपुरा, मोतिहारी, वैशाली, पटना और औरंगाबाद में 12 राष्ट्रीय राजमार्गों को जाम किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर आगजनी भी की और रेल व सड़क यातायात पूरी तरह ठप कर दिया।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का प्रदर्शन
वोटर सत्यापन के खिलाफ प्रदर्शन में राहुल गांधी भी शामिल हुए। वे दिल्ली से पटना पहुंचे और इनकम टैक्स चौराहे से चुनाव आयोग के ऑफिस की ओर मार्च किया।
उनके साथ तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य और पप्पू यादव जैसे विपक्षी नेता भी शामिल थे।
#WATCH | Patna | RJD leader Tejashwi Yadav addresses Mahagathbandhan workers taking part in 'Bihar Bandh' rally against electoral roll revision in Bihar
— ANI (@ANI) July 9, 2025
He says, "On the directions of Modi ji and Nitish Kumar, the names of the poor people are being removed from the voter list.… pic.twitter.com/P0sXjT4wxE
पुलिस ने रास्ते में रोका
प्रदर्शनकारी जैसे ही सचिवालय थाना के पास पहुंचे, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इसके बाद नेताओं ने वहीं से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और वापस लौट गए। चुनाव आयोग का दफ्तर यहां से महज 150 मीटर की दूरी पर था।
राहुल गांधी का सीधा आरोप
प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा:
“महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी चुनाव चोरी की तैयारी है। उन्हें लगता है बिहार मॉडल से जनता को धोखा दे सकते हैं। ये गरीबों की वोट छीनने की साजिश है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग अब बीजेपी और आरएसएस के नेताओं की तरह व्यवहार कर रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
महागठबंधन की एकजुटता
इस बिहार बंद में शामिल दलों में शामिल रहे:
- राष्ट्रीय जनता दल (RJD)
- कांग्रेस
- वामपंथी दल
- जन अधिकार पार्टी (Pappu Yadav)
- वीआईपी पार्टी
- अन्य सहयोगी दल
ये सभी दल एक मंच पर आकर चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ खड़े हुए।
विरोध की तस्वीरें जो चर्चा में रहीं
- कटिहार में महिलाएं प्रदर्शनकारियों से रास्ता देने की गुहार लगाती रहीं।
- भोजपुर के बिहिया स्टेशन पर श्रमजीवी और विभूति एक्सप्रेस को रोका गया।
- दरभंगा में नमो भारत ट्रेन को रोका गया।
- पटना के मनेर में NH-30 पर जाम और आगजनी की गई।
- वैशाली में प्रदर्शनकारी चादर बिछाकर हाईवे पर लेट गए, साथ में भैंस को भी खड़ा कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा मामला
वोटर लिस्ट सत्यापन के मुद्दे पर अब सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होने जा रही है।
- 10 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई निर्धारित है।
- यह याचिका गैर-सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा दायर की गई है।
- ADR ने चुनाव आयोग के आदेश को अवैध करार देते हुए रद्द करने की मांग की है।
बिहार में मतदाता सूची के सत्यापन को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ चुनाव आयोग इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बता रहा है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे ‘वोट चोरी’ का हथियार बता रहा है। अब नजर 10 जुलाई को होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर टिकी है, जो इस विवाद का अगला बड़ा मोड़ साबित हो सकती है।