रिपोर्टर – लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद जिले की तीन पंचायत—कुल्हाड़ीघाट, अमाड़, और तौरेंगा—के ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर पंचायत सचिव प्रेम ध्रुव को पद पर बनाए रखने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों का आरोप है कि एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने भाजपा नेता के लेटरपैड का दुरुपयोग करके सचिव के खिलाफ झूठी शिकायत की और उनका ट्रांसफर करवाने की नीयत से दबाव बनाया जा रहा है।
ग्रामीणों की मांग और आरोप
- प्रेम ध्रुव पिछले 12 वर्षों से ईमानदारी और समर्पण से पंचायत सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
- उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छता मिशन के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य किया, जिससे ये पंचायतें राज्य स्तर पर सम्मानित हुईं।
- ग्रामीणों का साफ कहना है, “यह मामला बाहरी नेता की निजी नाराजगी का नतीजा है, पंचायत स्तर पर किसी को भी सचिव के काम में कोई असंतोष नहीं।”
चेतावनी: उग्र आंदोलन की तैयारी
तीनों पंचायतों के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने प्रशासन से चेतावनी दी है:
“अगर प्रेम ध्रुव को हटाया गया, तो हम सड़क पर उतरेंगे।”
ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया है कि यह मामला अब सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि जनता के अधिकार और स्वाभिमान का बन चुका है।
प्रशासन की भूमिका और आगे की दिशा
- ज्ञापन सौंपने के बाद अधिकारी स्थिति का जायजा लेने की कवायद में जुटे हैं।
- कोई ताजातरीन आदेश आने तक ग्रामीणों ने स्थापित पदाधिकारी प्रेम श्रीव को बरकरार रखने की मांग दोहराई है।
- यदि उनकी पदस्थापना नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।