BY: Yoganand Shrivastva
iPhone निर्माता कंपनी Foxconn की भारत में विस्तार की योजना को बड़ा झटका लगा है। कंपनी के चेन्नई स्थित प्लांट से 300 से ज्यादा चीनी इंजीनियरों ने अचानक भारत छोड़ दिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब चीन द्वारा तकनीकी विशेषज्ञता और विदेशी कार्यबल की आवाजाही पर नियंत्रण कड़ा किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, इन चीनी विशेषज्ञों की वापसी का सीधा असर Foxconn की iPhone 17 सीरीज़ के निर्माण पर पड़ सकता है, जिसकी असेंबली भारत में ही शुरू होने वाली थी। कंपनी ने हाल ही में भारत को iPhone उत्पादन का एक वैकल्पिक केंद्र बनाने के लिए बड़े निवेश किए थे।
Foxconn के लिए चीन में बने इन कुशल तकनीकी कर्मचारियों की मौजूदगी बेहद जरूरी थी, क्योंकि वे न केवल उत्पादन प्रक्रियाओं की निगरानी करते थे, बल्कि भारतीय कर्मचारियों को भी तकनीकी प्रशिक्षण देते थे। इनकी वापसी के चलते उत्पादन में देरी और गुणवत्ता संबंधी चुनौतियां सामने आ सकती हैं।
चीन की नई नीति बनी वजह
जानकारों का कहना है कि चीन की मौजूदा नीति—जिसमें तकनीकी ट्रांसफर और बाहरी निवेश को सीमित किया जा रहा है—इस बदलाव की प्रमुख वजह है। बीते कुछ महीनों में चीन ने अपने नागरिकों के विदेश में काम करने के तरीकों पर सख्त निगरानी शुरू कर दी है।
भारत में निर्माण की योजना पर असर
Foxconn की योजना थी कि भारत को वह चीन के समान उत्पादन केंद्र के रूप में विकसित करे। लेकिन इस घटनाक्रम से Apple जैसी कंपनियों की भारत-केंद्रित रणनीति को पुनः मूल्यांकन करना पड़ सकता है।
फिलहाल Foxconn और Apple दोनों की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन टेक इंडस्ट्री में इस घटनाक्रम को गंभीर माना जा रहा है। यदि यह ट्रेंड जारी रहा, तो भारत में Apple के भविष्य के उत्पादन लक्ष्य प्रभावित हो सकते हैं।