रिपोर्टर: कुशल चोपड़ा
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने बीजापुर जिले के दूरस्थ और नक्सल प्रभावित क्षेत्र भैरमगढ़ विकासखण्ड के फुंडरी में सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के जवानों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर उन्होंने जवानों की निःस्वार्थ सेवा, साहस और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि “आपकी कर्तव्यनिष्ठा और परिश्रम के कारण नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में है।”
मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का संकल्प है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह से समापन हो, और यह तभी संभव है जब जवान अपने कर्तव्यों को इसी निष्ठा और साहस के साथ निभाते रहें। उन्होंने जवानों को ‘नई सोच का वाहक’ बताते हुए कहा कि वे सिर्फ सुरक्षा का कार्य नहीं कर रहे, बल्कि एक नए युग की नींव भी रख रहे हैं – ऐसा युग जिसमें भय की जगह विश्वास और विकास होगा।
गांवों में बदलाव की बड़ी भूमिका निभा रहे जवान
विजय शर्मा ने यह भी कहा कि इन जवानों ने संविधान को इस दुर्गम क्षेत्र में लागू कराने का ऐतिहासिक कार्य किया है। पहले जहां अंदरूनी गांवों तक शासन की योजनाएं नहीं पहुंच पाती थीं, वहीं अब जवानों की सतत उपस्थिति और गश्त के चलते बदलाव तेजी से आ रहा है। ग्रामीण अब योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं और इसका सीधा श्रेय सुरक्षाबलों को जाता है।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ कार्यक्रम
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें सचिव पंचायत विभाग भीम सिंह, बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्ण वाय और जिला पंचायत के सीईओ हेमंत रमेश नंदनवार शामिल थे।
समाप्ति की ओर नक्सलवाद, विकास की ओर कदम
उपमुख्यमंत्री की यह यात्रा सिर्फ एक प्रोटोकॉल नहीं थी, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत जवानों का हौसला बढ़ाने और उन्हें यह संदेश देने का प्रयास थी कि शासन उनके साथ खड़ा है। विजय शर्मा ने अंत में कहा कि “नक्सलवाद की समाप्ति और नए विकास युग की शुरुआत में आपकी भूमिका ऐतिहासिक है।“