BY: Yoganand Shrivastva
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर एक भीषण अपराध की गवाह बनी है। दक्षिणी दिल्ली के पॉश लाजपत नगर-1 इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। यहां एक महिला और उसके नाबालिग बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। प्राथमिक जांच में पता चला है कि हत्या घर में काम करने वाले नौकर ने की है, जो डांट से नाराज होकर यह खौफनाक कदम उठाया।
देर रात हुआ खूनखराबा
घटना की सूचना पुलिस को 2 जुलाई की रात 9:43 बजे मिली, जब पीड़ित महिला के पति कुलदीप सेवानी ने PCR कॉल कर बताया कि उनकी पत्नी और बेटा कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं, और घर का दरवाजा अंदर से बंद है। दरवाजे पर खून के धब्बे भी देखे गए।
पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य भयावह था — मां और बेटे के शव खून से लथपथ फर्श पर पड़े थे। महिला की पहचान 42 वर्षीय रुचिका सेवानी और बेटे की पहचान 14 वर्षीय कक्षा 10वीं के छात्र के रूप में हुई।
हत्या के पीछे नौकर की सनक
पुलिस को घटनास्थल से घरेलू नौकर की गैरहाजिरी का संदेह हुआ। जांच में सामने आया कि वारदात के बाद से ही नौकर फरार था। संदेह गहराते ही पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और कुछ ही घंटों बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मुकेश कुमार (24 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बिहार के हाजीपुर का रहने वाला है। वह दिल्ली में रुचिका के गारमेंट स्टोर पर ड्राइवर兼हेल्पर का काम करता था और फिलहाल अमर कॉलोनी में रह रहा था।
कबूलनामे में झकझोर देने वाली बात
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती पूछताछ में मुकेश ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। उसने बताया कि कुछ दिन पहले मालकिन ने उसे किसी बात पर डांट दिया था, जिससे वह नाराज था। इसी गुस्से में उसने मां और बेटे की हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि आरोपी ने पहले महिला को निशाना बनाया और फिर सबूत मिटाने के उद्देश्य से मासूम बच्चे को भी मार डाला।
मृतक महिला का परिचय
रुचिका सेवानी अपने पति के साथ लाजपत नगर मार्केट में एक गारमेंट की दुकान चलाती थीं। उनका परिवार इलाके में काफी समय से रह रहा था और स्थानीय लोगों के बीच प्रतिष्ठित था। उनका बेटा 14 साल का था और 10वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था।
पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “घटना की गंभीरता को देखते हुए कई एंगल से जांच की जा रही है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और हत्या में प्रयुक्त हथियार की तलाश जारी है।”
पुलिस फिलहाल यह भी जांच कर रही है कि क्या यह हत्या पूर्वनियोजित थी या फिर गुस्से में उठाया गया अचानक कदम।
समाज के लिए गंभीर चेतावनी
घरेलू सहायकों से जुड़े अपराध कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं एक बार फिर हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि घर के भीतर काम करने वालों के साथ किस तरह की पृष्ठभूमि जांच होनी चाहिए। साथ ही, मालिकों और कर्मचारियों के बीच संवाद और व्यवहार का स्तर किस हद तक सुरक्षित और जिम्मेदार होना चाहिए।