BY: Yoganand Shrivastva
खंडवा, जिला अस्पताल में बुधवार तड़के उस वक्त हंगामा हो गया जब एक महिला मरीज की मौत के बाद उसका बेटा डॉक्टर से भिड़ गया। मृतका के परिजन ने डॉक्टर पर हमला कर दिया, न केवल मुक्कों से मारा, बल्कि ईसीजी मशीन और कुर्सी भी फेंक दी।
घटना के बाद नाराज डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने मोघट थाना पहुंचकर विरोध जताया और सुरक्षा की मांग की। उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।
क्या था मामला?
अस्पताल अधीक्षक डॉ. रणजीत बडौले के अनुसार, 42 वर्षीय रेखा पति धीरज को रात एक बजे हार्ट अटैक के लक्षणों के साथ इमरजेंसी में लाया गया था। प्रारंभिक ईसीजी रिपोर्ट में हार्ट अटैक की पुष्टि होने पर उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया। सुबह 4 बजे दूसरी ईसीजी जांच में भी कोई सुधार नहीं मिला।
डॉक्टरों ने CPR और अन्य सभी जरूरी इलाज किए, लेकिन महिला को नहीं बचाया जा सका। परिजन को शुरुआत में ही मरीज की गंभीर हालत की जानकारी देकर ‘हाई रिस्क कंसेंट’ लिया गया था।
इलाज में असफलता के बाद हिंसा
मरीज की मौत की जानकारी मिलते ही उसका बेटा उग्र हो गया। उसने आईसीयू में ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टर कुलदीप जोशी के साथ मारपीट की, उन पर मुक्का चलाया और ईसीजी मशीन तोड़ दी। माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि अन्य मरीजों की जान को भी खतरा उत्पन्न हो गया। नर्सिंग स्टाफ के साथ भी बदसलूकी की गई।
डॉक्टरों ने रैली निकाली, सुरक्षा की मांग की
घटना के विरोध में मेडिकल स्टाफ और जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर से थाना मोघट रोड तक रैली निकाली। सभी ने एक सुर में डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण की मांग उठाई और कहा कि यदि आरोपियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
डॉक्टरों ने पुलिस को घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सौंपा है, जिसमें हमले के दृश्य कैद हैं।
क्या बोले घायल डॉक्टर?
जूनियर डॉक्टर कुलदीप जोशी ने बताया, “मैं ड्यूटी पर था और पूरी ईमानदारी से इलाज कर रहा था। लेकिन मृतका के साथ आए तीन अटेंडरों में से एक ने मुझ पर हमला कर दिया। ईसीजी मशीन फेंकी, कुर्सी चलाई और जानलेवा हमला किया। इससे ICU में बाकी मरीजों की भी सुरक्षा खतरे में पड़ गई।”