प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपनी 5 देशों की विदेश यात्रा की शुरुआत की, जिसमें पहला पड़ाव है अफ्रीकी देश घाना। यह दौरा ऐतिहासिक है क्योंकि 30 साल में पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री घाना जा रहा है। इससे पहले पंडित नेहरू 1957 और नरसिम्हा राव 1995 में घाना का दौरा कर चुके हैं।
Delhi | Prime Minister Narendra Modi embarks on a five-nation tour including Ghana, Trinidad and Tobago, Argentina, Brazil, and Namibia. PM Modi is also participating in the BRICS Summit in Brazil.
— ANI (@ANI) July 2, 2025
This will be PM Modi's longest diplomatic visit in the last ten years; the… pic.twitter.com/HGtJWAZT6r
प्रमुख एजेंडा: द्विपक्षीय सहयोग और डिजिटल विस्तार
पीएम मोदी घाना की राजधानी अक्करा पहुंचने के बाद वहां के राष्ट्रपति जॉन महामा से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी, जैसे:
- द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना
- कृषि, ऊर्जा और डिजिटल टेक्नोलॉजी में सहयोग
- वैक्सीन हब विकसित करने के समझौते
- भारत के UPI और डिजिटल पेमेंट सिस्टम को घाना में लागू करने की पहल
इस दौरान दोनों नेता एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे, जिससे दुनियाभर को इस रणनीतिक साझेदारी का संदेश जाएगा।
भारतीय समुदाय से संवाद और सम्मान समारोह
पीएम मोदी घाना में रहने वाले करीब 15,000 भारतीयों को संबोधित करेंगे और वहां की संसद को भी संबोधन देंगे। उनके सम्मान में राष्ट्रपति महामा एक राजकीय रात्रिभोज (स्टेट डिनर) का आयोजन भी करेंगे।
कोविड संकट में भारत ने घाना की की थी मदद
भारत और घाना की दोस्ती सिर्फ कूटनीति तक सीमित नहीं है। कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने घाना को 6 लाख वैक्सीन डोज की मदद भेजी थी। इसके साथ ही:
- दोनों देश संयुक्त राष्ट्र (UN) और गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) जैसे मंचों पर साथ काम करते हैं
- घाना ने भारत की UNSC स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन किया है
- जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर दोनों एक-दूसरे के सहयोगी हैं
गांधी के आदर्शों से प्रेरित घाना की आजादी
घाना की आजादी का इतिहास भारत से गहराई से जुड़ा है। क्वामे एन्क्रूमा, जिन्हें ‘अफ्रीका का गांधी’ कहा जाता है, ने महात्मा गांधी से प्रेरणा लेकर घाना में आजादी की लड़ाई शुरू की।
- उन्होंने अहिंसा, नागरिक अवज्ञा और एकता जैसे गांधीवादी सिद्धांत अपनाए
- 1950 में ‘पॉजिटिव एक्शन’ आंदोलन के तहत उन्होंने हड़ताल का आह्वान किया
- जेल गए लेकिन जनता के बीच लोकप्रियता और बढ़ी
- 6 मार्च 1957 को घाना बना ब्रिटेन से आजादी पाने वाला पहला अफ्रीकी देश
घाना की आजादी ने अफ्रीकी महाद्वीप में आजादी की लहर को जन्म दिया, जिससे नाइजीरिया, केन्या, तंजानिया जैसे देशों ने भी स्वतंत्रता हासिल की।
भारत-घाना संबंधों की नई शुरुआत
पीएम मोदी की यह यात्रा सिर्फ एक कूटनीतिक कदम नहीं, बल्कि भारत-अफ्रीका संबंधों में सांस्कृतिक, डिजिटल और वैश्विक साझेदारी की दिशा में बड़ा परिवर्तन है। घाना और भारत की साझा विरासत और भविष्य की साझेदारियां दोनों देशों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।