BY: Yoganand Shrivastva
बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में कई ऐसे चेहरे आए, जो स्टारकिड होने के बावजूद स्क्रीन पर लंबा टिक नहीं पाए। कुछ तो बस चंद फिल्मों के बाद ही गुमनामी में खो गए। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे अभिनेता की, जिसने 1997 में डेब्यू किया, लेकिन अब दोबारा चर्चा में आ गया है—वो भी रानी मुखर्जी के साथ एक तस्वीर के कारण।
ब्लैक एंड व्हाइट फोटो ने फिर खींचा ध्यान
हाल ही में एक पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें रानी मुखर्जी और दिव्या दत्ता के साथ एक युवा अभिनेता नजर आ रहा है। इस तस्वीर ने फिल्मी गलियारों में चर्चा फिर से तेज कर दी है, क्योंकि इस एक्टर की शक्ल हूबहू उसके पिता जैसी दिखने लगी है—और वो पिता कोई आम कलाकार नहीं, बल्कि बॉलीवुड के सबसे खतरनाक विलेन गब्बर सिंह यानी अमजद खान हैं।
गब्बर का वारिस: शादाब खान
इस तस्वीर में रानी मुखर्जी के साथ नजर आ रहे अभिनेता का नाम है शादाब खान। शादाब, शोले फिल्म के आइकॉनिक विलेन अमजद खान के बेटे हैं। उन्होंने 1997 में फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। फिल्म में उन्होंने लीड रोल निभाया था और उनकी जोड़ी रानी मुखर्जी के साथ बनी थी। हालांकि फिल्म को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली।
बचपन में ही रखी थी एक्टिंग की नींव
शादाब का डेब्यू असल में 1997 में नहीं, बल्कि 1985 में हुआ था। उन्होंने बतौर बाल कलाकार फिल्म ‘प्यारी भाभी’ में काम किया था। लेकिन बतौर लीड एक्टर उन्होंने ‘राजा की आएगी बारात’ से अपनी पहचान बनानी चाही।
कुछ ही फिल्मों में दिखाई दिए
‘राजा की आएगी बारात’ के बाद शादाब खान ने बेताबी (1997), हे राम (2000), रिफ्यूजी (2000) और भारत भाग्य विधाता (2002) जैसी फिल्मों में अभिनय किया। लेकिन ये फिल्में न तो उन्हें स्टार बना पाईं और न ही दर्शकों के दिलों में कोई स्थायी छाप छोड़ सकीं। फिल्मी करियर कुल मिलाकर 6 फिल्मों तक ही सीमित रहा।
एक्टिंग से दूरी, लेखन की ओर रुख
जब फिल्मों में सफलता नहीं मिली, तो शादाब ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया और लेखन व निर्देशन की ओर रुख किया। उन्होंने ‘मर्डर’ और ‘शांति मेमोरियल’ जैसे उपन्यास लिखे और कुछ फिल्मों की पटकथाएं भी तैयार कीं।
पिता की परछाई में जीते शादाब
2005 में शादाब खान ने रुमाना चावा से शादी की। आज भी जब वे किसी पब्लिक इवेंट या तस्वीर में नजर आते हैं तो लोग चौंक जाते हैं क्योंकि उनकी शक्ल अपने पिता अमजद खान से इतनी मिलती है कि लोग एक पल के लिए गब्बर सिंह को सामने देख बैठते हैं।