BY: Yoganand Shrivastva
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के नामी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा की रिमांड शिलांग पुलिस को दो और दिन के लिए मिल गई है। वहीं, मामले के अन्य तीन आरोपी आनंद कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल चौहान को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
20 जून को कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर सुनवाई
गुरुवार को सभी पांचों आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। शिलांग पुलिस ने कोर्ट से सभी आरोपियों की रिमांड और बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने केवल सोनम और राज की रिमांड 2 और दिन के लिए मंजूर की।
पुलिस ने किन 7 तर्कों से मांगी रिमांड?
- काला बैग की बरामदगी:
पुलिस का कहना है कि सोनम के पास वारदात से पहले और बाद में एक काला बैग था, जो अभी तक बरामद नहीं हुआ है। पुलिस को शक है कि इसी बैग में हथियार या अन्य साक्ष्य हो सकते हैं। यह बैग सिर्फ सोनम की निशानदेही से ही मिल सकता है। - गायब मोबाइल फोन:
सोनम और राज दोनों के पास 2-2 मोबाइल थे, जबकि पुलिस के हाथ अभी तक सिर्फ एक फोन ही लगा है। यानी तीन मोबाइल फोन अभी भी गायब हैं। इन फोनों से हत्या से पहले और बाद की बातचीत की कड़ियां जुड़ सकती हैं। - संजय वर्मा नामक संदिग्ध व्यक्ति:
पूछताछ में सोनम ने ‘संजय वर्मा’ नाम के व्यक्ति का जिक्र किया, जिससे उसकी 112 बार कॉल पर बात हुई थी। पुलिस को संदेह है कि यह संजय असल में राज ही है। इस पहचान की पुष्टि के लिए पुलिस को सोनम की रिमांड जरूरी लगी। - पांचों आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ:
पुलिस को अब भी एक साथ पांचों आरोपियों से क्रॉस-क्वेश्चनिंग करनी है, ताकि उनके बयानों में विरोधाभास उजागर हो सके। सोनम और राज को अन्य आरोपियों के सामने बिठाने की प्रक्रिया के लिए यह रिमांड मांगी गई थी। - मौके से मिले दो हथियारों की पुष्टि:
वारदात के सीन को रिक्रिएट करते समय सोहरा क्षेत्र में दो चाकू मिले थे, जिन पर खून और जंग के निशान हैं। पुलिस को इन हथियारों की पुष्टि करनी है कि क्या यही हत्याकांड में इस्तेमाल हुए थे। - काला जादू के आरोपों की जांच:
मृतक के परिवार ने दावा किया है कि सोनम और उसका परिवार काला जादू करते थे। आशंका जताई जा रही है कि राजा की हत्या “बलि” के रूप में की गई हो सकती है। पुलिस इन गंभीर आरोपों की जांच में जुटी है और सोनम से विस्तृत पूछताछ बाकी है। - हत्या के बाद सोनम की लोकेशन मूवमेंट:
हत्या के बाद सोनम शिलांग से इंदौर और फिर वाराणसी के रास्ते गाजीपुर पहुंची। पुलिस यह जानना चाहती है कि वह इंदौर क्यों गई, वहां किससे मिली और वाराणसी में जो दो लड़के उसके साथ देखे गए, वे कौन थे।
अब तक क्या हो चुका है?
- 10 जून को रिमांड शुरू हुई थी
सभी पांचों आरोपियों को 10 जून से 8 दिन की रिमांड पर लिया गया था। - SIT की गहन पूछताछ और वारदात स्थल पर रिक्रिएशन
इस दौरान शिलांग पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने क्राइम सीन को दोबारा रिक्रिएट किया और पूछताछ के दौरान सोनम व राज ने गुनाह कबूल लिया। - हथियार मिले और फोरेंसिक जांच में भेजे गए
मौके से दो हथियार बरामद किए गए हैं जिन्हें अब वैज्ञानिक परीक्षण (फोरेंसिक) के लिए भेजा गया है।
तीन आरोपी क्यों भेजे गए जेल?
पुलिस ने पांचों आरोपियों की रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने तीन आरोपियों – आनंद, आकाश और विशाल – को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसका कारण यह है कि इन तीनों से अब तक प्राथमिक पूछताछ पूरी हो चुकी है और फिलहाल उनसे और कुछ खास जानकारी निकलने की संभावना नहीं है।
SP का बयान और चार्जशीट की तैयारी
पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि SIT मामले की तेजी से जांच कर रही है और 90 दिन की समयसीमा के भीतर आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
मामले की पृष्ठभूमि
राजा रघुवंशी एक प्रतिष्ठित ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे, जो हाल ही में अपने कथित प्रेम संबंध के चलते शिलांग पहुंचे थे। यहां उनके साथ उनकी पत्नी सोनम, कथित प्रेमी राज कुशवाहा और अन्य तीन लोग भी थे। पुलिस जांच में सामने आया कि राजा की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई थी।
राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हलचल
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि सोशल मीडिया, अंतरजातीय संबंध, काला जादू, और महिला अपराध जैसे कई संवेदनशील मुद्दों से जुड़ चुका है। इस कारण यह केस अब पूरे देश में सुर्खियों में बना हुआ है।
शिलांग पुलिस को मिली दो दिन की अतिरिक्त रिमांड इस बात का संकेत है कि इस मामले में अभी कई परतें खुलनी बाकी हैं। सोनम और राज के पास अभी भी कई राज छिपे हो सकते हैं, जिन्हें उजागर करने के लिए पुलिस अब सख्ती से पूछताछ करेगी। यह देखना बाकी है कि क्या आने वाले दिनों में इस केस से जुड़ी कोई और सनसनीखेज जानकारी सामने आती है या नहीं।