संवाददाता: आकाश सेन, अपडेट: योगानंद श्रीवास्तव

गुरुग्राम,: होम क्रेडिट इंडिया, एक अग्रणी कनज्यूमर फाइनेंस कंपनी, ने आज अपनी महत्वपूर्ण रिपोर्ट ‘द ग्रेट इंडियन वॉलेट 2025’ के तीसरे संस्करण के निष्कर्षों का अनावरण किया। इस वर्ष के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि निम्न मध्यम वर्ग के भारतीयों की वित्तीय बेहतरी के दृष्टिकोण में एक परिवर्तनकारी बदलाव आया है। ‘मैपिंग इंडियाज एस्पिरेशन्स: द ड्रीम्स इन एवरी वॉलेट’ की थीम के साथ, यह अध्ययन देश के दो-तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है और एक लचीले, आशावादी और तेजी से डिजिटल हो रही आबादी की तस्वीर पेश करता है, जो न केवल जीवंत है, बल्कि अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए फल-फूल रहा है।
यह अध्ययन वित्तीय बेहतरी के सूचकांक से प्राप्त अंतर्दृष्टि के साथ-साथ आय, व्यय, वॉलेट शेयर, आकांक्षाओं और विवेकाधीन खर्च पर विस्तृत डेटा का लाभ उठाते हुए, पूरे देश में उपभोक्ताओं के वित्तीय जीवन की एक झलक प्रदान करता है। अध्ययन के अनुसार, देश की वित्तीय नब्ज मजबूत बनी हुई है, उपभोक्ता बढ़ती लागतों के अनुकूल होते हुए व्यावहारिक योजना और तेजी से महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण प्रदर्शित कर रहे हैं। यह भावना विशेष रूप से शिक्षा, नौकरी के अवसरों और किफायती ऋण की इच्छा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर उनके ध्यान में स्पष्ट है।
होम क्रेडिट इंडिया के मुख्य विपणन अधिकारी, आशीष तिवारी ने कहा, “जब हमने 2023 में ‘द ग्रेट इंडियन वॉलेट स्टडी’ शुरू की, तो हम भारत की वित्तीय धड़कन को समझना चाहते थे। हमने जो पाया वह चुपचाप क्रांति की ओर बढ़ता एक देश था – लाखों परिवार बाधाओं को सीढ़ी में, चुनौतियों को अवसरों में बदल रहे थे।” उन्होंने आगे कहा, “इस साल के निष्कर्ष कुछ असाधारण बातें बताते हैं: आर्थिक बाधाओं के बावजूद, भारत का निम्न मध्यम वर्ग पहले से कहीं अधिक आशावादी, अधिक डिजिटल और अधिक दृढ़ है। उनका वित्तीय अनुशासन, उद्यमशीलता की भावना और अगली पीढ़ी की समृद्धि के प्रति अटूट प्रतिबद्धता हमें नवाचार करने और उनकी #जिंदगी हिट बनाने में सच्चे भागीदार बनने के लिए प्रेरित करती है।”