गाजियाबाद के मुरादनगर थाना क्षेत्र में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब थाने के ठीक बाहर एक युवक की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान रवि शर्मा (35 वर्ष) के रूप में हुई है। यह वारदात थाने के बाहर ही अंजाम दी गई, जिससे पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।
कार हटाने को लेकर हुआ विवाद बना हत्या की वजह
बुधवार रात करीब 10 बजे, गांव मिल्क रावली निवासी रवि शर्मा अपनी कार निकाल रहे थे। इसी दौरान गांव के ही अजय और मोंटी से उनका झगड़ा हो गया।
- पहले आरोपियों ने गांव में रवि के साथ मारपीट की।
- उसके बाद वे रवि के घर पहुंचे और फायरिंग की।
- रवि शर्मा अपने परिजनों के साथ शिकायत लेकर मुरादनगर थाने पहुंचे।
- थाने के गेट पर पहले से घात लगाकर खड़े अजय और मोंटी ने रवि पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
- कई गोलियां लगने के कारण रवि गंभीर रूप से घायल हो गए।
- उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
अजय चौधरी पर पहले से दर्ज हैं गंभीर मामले
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मुख्य आरोपी अजय चौधरी पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है।
- 6 महीने पहले अजय को गांव की ही एक युवती से रेप के आरोप में जेल भेजा गया था।
- 15 दिन पहले ही वह जमानत पर रिहा हुआ था।
- अजय को गांव में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति के रूप में जाना जाता है।
हत्या की पूरी वारदात ऐसे रची गई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अजय चौधरी ने पहले गांव में रवि शर्मा के साथ मारपीट की और फिर पिस्टल लेकर थाने के बाहर पहले से इंतजार कर रहा था।
- थाने पहुंचने पर अजय और मोंटी ने रवि पर एक के बाद एक गोलियां दाग दीं।
- वारदात को अंधेरे में अंजाम दिया गया।
- फायरिंग के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
रवि के भाई की आपबीती
रवि के छोटे भाई विकास शर्मा ने घटना के बारे में बताया:
“रात को मेरे भाई का गांव के अजय और मोंटी से कार हटाने को लेकर विवाद हुआ था। पहले गांव में मारपीट की, फिर हमारे घर पर भी फायरिंग की गई। जब हम शिकायत लेकर थाने पहुंचे, तब अजय और मोंटी थाने के गेट पर खड़े थे। मेरे भाई को देखते ही दोनों ने गोलियां बरसा दीं। मैं किसी तरह पुल की ओर भाग गया। कई राउंड फायरिंग हुई और मेरा भाई वहीं गिर गया।”
पुलिस जांच में जुटी, आरोपियों की तलाश जारी
घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है।
- आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
- मृतक के परिवार की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है।
- पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
थाने के बाहर हुई हत्या ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह है कि जब थाने के पास ही आम नागरिक सुरक्षित नहीं है, तो फिर अन्य जगहों की क्या स्थिति होगी? इस घटना ने न केवल गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस की कार्यप्रणाली पर बहस छेड़ दी है।