BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर , ग्वालियर पुलिस ने मंदिरों से घंटे चोरी करने वाले एक अंतरजिला गिरोह का पर्दाफाश किया है। उटीला थाना पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों समेत तीन कबाड़ी और दो पीतल व्यापारी सहित कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अब तक ग्वालियर, मुरैना और शिवपुरी जिले में 10 से अधिक मंदिरों में चोरी की वारदातें कर चुका है।
पुलिस ने इस गिरोह के कब्जे से 275 किलो वजनी पीतल के 49 घंटे बरामद किए हैं। गिरोह का तीसरा सदस्य अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
एक ही रात में तीन मंदिरों से चोरी, पुलिस अलर्ट पर आई
15 अप्रैल को उटीला थाना क्षेत्र के बंधा गांव स्थित दो हनुमान मंदिरों से 62 किलो और मानपुर के काली माता मंदिर से 22 किलो पीतल के घंटे चोरी हुए थे। एक ही रात में तीन मंदिरों से 100 किलो से अधिक पीतल चोरी होने से पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की।

लक्ष्मीगंज श्मशान घाट के पास से मिले सुराग
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने लक्ष्मीगंज श्मशान घाट के पीछे स्थित एक कुएं पर दबिश दी, जहां दो संदिग्ध बाइक से आते हुए दिखाई दिए। पकड़े जाने पर उन्होंने अपनी पहचान सोनू सोलंकी (निवासी ग्वालियर) और महेश कुशवाहा (निवासी बानमोर, मुरैना) बताई। तलाशी में उनके पास से 62 किलो पीतल के 14 घंटे, एक कटर, हथौड़ा, प्लास सहित अन्य औजार बरामद हुए।
पूछताछ में हुआ गिरोह का भंडाफोड़
सोनू और महेश की सख्त पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे अपने फरार साथी धर्मेंद्र जाटव के साथ मिलकर मंदिरों को निशाना बनाते थे। उन्होंने आरोन, टेकनपुर, डबरा, पिछोर और बरेठा के मंदिरों से घंटे चुराने की बात स्वीकार की है। चोरी के बाद ये घंटे ट्रांसपोर्ट नगर के कबाड़ियों को बेचे जाते थे।
कबाड़ियों और व्यापारियों की मिलीभगत भी उजागर
गिरफ्तार चोरों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर से तीन कबाड़ी – रामकिशोर राठौर, पुरन राठौर और सुरेंद्र राठौर को भी गिरफ्तार किया। उन्होंने स्वीकार किया कि वे इन घंटों को काटकर सराफा बाजार के पीतल व्यापारियों को बेचते थे। इसके बाद व्यापारी रवि बंसल और अशोक वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
शौक और नशे की लत बनी चोरी की वजह
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे ये चोरी केवल मौज-मस्ती और नशे की लत को पूरा करने के लिए करते थे। आधी रात को सुनसान मंदिरों में घुसकर कटर से घंटे काटते और बाइक पर लेकर भाग जाते थे।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
एडिशनल एसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि आरोपियों से अन्य संभावित चोरी की घटनाओं के बारे में पूछताछ की जा रही है। गिरोह का तीसरा सदस्य धर्मेंद्र जाटव अभी फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई है।
📌 नोट: पुलिस इस केस को गंभीरता से लेते हुए जिलेभर के मंदिरों में सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही है, साथ ही कबाड़ी और बर्तन व्यापारियों के रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।