प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को क्रोएशिया के लिए रवाना हो गए हैं। यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक है, क्योंकि यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री क्रोएशिया का दौरा कर रहा है। पीएम मोदी की यह दो दिवसीय यात्रा भारत और क्रोएशिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नई मजबूती दे सकती है।
तीन देशों की यात्रा का अंतिम पड़ाव
- यह दौरा पीएम मोदी की 5 दिनों की तीन देशों की विदेश यात्रा का अंतिम चरण है।
- उन्होंने दौरे की शुरुआत रविवार को साइप्रस से की थी।
- इसके बाद सोमवार को वह कनाडा के कैननास्किस पहुंचे, जहां उन्होंने G7 समिट में गेस्ट नेशन के रूप में भाग लिया।
- अब उनका अंतिम पड़ाव है क्रोएशिया, जहां वे बुधवार शाम तक पहुंच जाएंगे।
किन नेताओं से होगी मुलाकात?
क्रोएशिया में प्रधानमंत्री मोदी की कई अहम बैठकों का शेड्यूल है:
- क्रोएशियाई प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से द्विपक्षीय बातचीत
- राष्ट्रपति जोरोन मिलानोविच से शिष्टाचार भेंट
इन बैठकों में व्यापार, शिक्षा, पर्यटन, तकनीक और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को लेकर समझौते हो सकते हैं।
भारत-क्रोएशिया रिश्तों को मिलेगी मजबूती
पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल भारत और क्रोएशिया के रिश्तों को मजबूती देगी, बल्कि यह भारत और यूरोपीय संघ के अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक अहम कड़ी साबित हो सकती है।
मुख्य उद्देश्य:
- व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना
- रणनीतिक साझेदारी में विस्तार
- सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना
- वैश्विक मंचों पर सहयोग बढ़ाना
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह ऐतिहासिक यात्रा भारत की विदेश नीति में एक नया अध्याय जोड़ रही है। क्रोएशिया जैसे यूरोपीय देश से रिश्तों की यह पहल भारत के वैश्विक दृष्टिकोण और रणनीतिक कूटनीति की मजबूती का संकेत देती है।