10 मई 2025 को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक प्रेस रिलीज़ में पुष्टि की कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की न्यायिक हिरासत में मौत हो गई है। यह खबर पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में एक राजनीतिक भूचाल की तरह सामने आई है। इमरान खान की मौत की खबर से पूरे पाकिस्तान में शोक की लहर फैल गई है।
🕵️♂️ क्या कहती है सरकार?
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि इस घटना की पूरी और निष्पक्ष जांच की जाएगी। पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया:
“पाकिस्तान सरकार इस स्थिति की गंभीरता को समझती है और हम इस दुखद घटना के कारणों और जिम्मेदारियों को निर्धारित करने में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सरकार का कहना है कि मानवाधिकारों और क़ानून के शासन की रक्षा करना उनकी प्राथमिकता है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठनों और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों को भी इस जांच में शामिल किया जाएगा।
📅 घटनाक्रम का समयक्रम
- 10 मई 2025: इमरान खान की हिरासत में मौत की पुष्टि
- पाक विदेश मंत्रालय का बयान: निष्पक्ष जांच का वादा
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: शोक और चिंता की लहर
- यूएन के साथ सहयोग: जांच में पारदर्शिता लाने की कोशिश
🇵🇰 पाकिस्तान में क्या माहौल है?
देशभर में जनता को शांति बनाए रखने की अपील की गई है। सरकार ने कहा कि इस कठिन समय में न्याय, राष्ट्रीय स्थिरता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा सबसे जरूरी है।
🎯 इमरान खान: एक झलक
- पूरा नाम: इमरान अहमद खान नियाज़ी
- पूर्व पेशा: क्रिकेटर, 1992 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान
- राजनीति में प्रवेश: 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की स्थापना
- प्रधानमंत्री कार्यकाल: 2018 से 2022 तक
- विवादों में घिरे: भ्रष्टाचार के आरोप, बार-बार गिरफ्तारी
- अंतिम गिरफ्तारी: मई 2025 में सेना और न्यायपालिका के विरुद्ध आरोपों के चलते
📚 पृष्ठभूमि और विश्लेषण
इमरान खान का राजनीतिक करियर जितना प्रभावशाली था, उतना ही विवादों से घिरा रहा। सेना और न्यायपालिका से बार-बार टकराव, भाषणों में कठोर टिप्पणियाँ और जनता को आंदोलित करने की रणनीति — सब कुछ उन्हें विवादास्पद नेता बनाता है। उनकी मौत को कई लोग राजनीतिक प्रतिशोध से भी जोड़कर देख रहे हैं।
📣 विश्व प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र: स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग
- भारत: कोई आधिकारिक बयान नहीं, मीडिया में चर्चा
- अमेरिका: ‘मानवाधिकारों का पालन किया जाए’ – व्हाइट हाउस
- यूरोपियन यूनियन: पारदर्शिता और लोकतंत्र की रक्षा की अपील





