BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल, मध्य प्रदेश में ब्राह्मण समाज ने जनसंख्या को लेकर एक अनोखी पहल की घोषणा की है। परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजोरिया ने कहा है कि जो भी ब्राह्मण युवा दंपती चार संतानों को जन्म देंगे, उन्हें समाज की ओर से 1 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राजोरिया ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समुदाय के युवाओं को चाहिए कि वे कम से कम चार बच्चे अवश्य पैदा करें ताकि भविष्य में समाज की ताकत बनी रहे।
“बच्चों की संख्या कम हुई तो देश खतरे में पड़ सकता है”
राजोरिया ने अपने संबोधन में कहा, “आजकल युवा शिक्षा, खर्च और करियर के चलते एक या दो बच्चों में ही रुक जाते हैं। लेकिन यदि हमारी जनसंख्या कम हुई तो भविष्य में अन्य समुदाय देश पर प्रभाव जमा सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “महंगाई जरूर है, लेकिन जैसे-तैसे खर्च चलाकर युवाओं को चाहिए कि संतान उत्पत्ति के मामले में पीछे न रहें।” उनका यह बयान उनके अनुसार एक सामाजिक अपील है, न कि कोई सरकारी नीति।
BJP ने बयान से बनाई दूरी, कांग्रेस ने जताई नाराजगी
राजोरिया के बयान को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
कांग्रेस नेता मुकेश नायक ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि “इस समय दुनिया जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में बढ़ रही है, और ऐसे में इस तरह की अपील गैर-जरूरी और भ्रामक है।” उन्होंने आगे कहा कि देश में साम्प्रदायिक डर पैदा करने से किसी को फायदा नहीं होगा।
वहीं दूसरी ओर, सत्तारूढ़ भाजपा ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी की तरफ से कहा गया कि यह बयान व्यक्तिगत स्तर पर दिया गया है और इससे पार्टी या सरकार की नीतियों का कोई लेना-देना नहीं है।
राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भी चल रही है बहस
हाल ही में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी जनसंख्या असंतुलन पर चिंता जताई थी और हिंदू समाज को अधिक संतान उत्पत्ति के लिए प्रेरित किया था। हालांकि विशेषज्ञों की राय है कि जनसंख्या वृद्धि की बजाय शिक्षा और संसाधनों की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना ज्यादा जरूरी है।
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