By- Isa ahmad
Pratapgarh: प्रतापगढ़ में क्रिसमस पर्व को लेकर आधी रात से पहले ही उत्सव का माहौल बन गया। शहर के सिविल लाइंस स्थित होली रोजरी चर्च सहित आसपास की कॉलोनियों को रंगीन झालरों और सतरंगी रोशनी से भव्य रूप से सजाया गया। प्रभु यीशु मसीह के जन्म से पहले ही समूचे मसीही समाज में खुशी और उल्लास देखने को मिला।
होली रोजरी चर्च में सजी चरनी (गोशाला) के आसपास देर रात महिला, पुरुष और बच्चे एकत्र होकर एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाइयां देते नजर आए। आनंद गीतों और कैरल सांग के माध्यम से लोगों ने अपनी खुशी का इजहार किया। शाम से ही शहर के विभिन्न मोहल्लों में रहने वाले मसीही परिवार चर्च पहुंचने लगे थे। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, चर्च में श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती चली गई।
रात करीब 11 बजे चर्च पूरी तरह भर गया, जबकि कई लोग बाहर भी मौजूद रहे। सभी को प्रभु यीशु मसीह के जन्म के पावन क्षण का बेसब्री से इंतजार था। घड़ी की सुइयों पर नजरें टिकाए लोग अंतिम क्षणों में चरनी के चारों ओर एकत्र हो गए। ठीक आधी रात को प्रभु यीशु मसीह के जन्म की घोषणा होते ही चर्च में खुशी की लहर दौड़ गई। फादर के नेतृत्व में सामूहिक प्रार्थना सभा आयोजित की गई और बधाई गीत प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर फादर ने प्रभु यीशु मसीह का संदेश देते हुए कहा कि उनका जन्म मानव कल्याण और पापों के नाश के लिए हुआ था। वह परमेश्वर के पुत्र थे, जिन्हें ईश्वर ने धरती पर प्रेम, शांति और करुणा का संदेश देने के लिए भेजा। उन्होंने सभी से प्रभु यीशु मसीह का स्वागत शुद्ध हृदय और सद्भावना के साथ करने का आह्वान किया। प्रार्थना सभा के बाद समारोह का विधिवत समापन किया गया।
चरनी और क्रिसमस ट्री बने आकर्षण का केंद्र
होली रोजरी चर्च तक पहुंचने वाले रास्तों और चर्च परिसर की सजावट देखने के लिए अन्य समाजों के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे। प्रभु यीशु मसीह के लिए सजाई गई चरनी और रंग-बिरंगे क्रिसमस ट्री श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहे।
कैरल सांग से गूंजता रहा माहौल
दोपहर बाद से ही होली रोजरी चर्च में कैरल सांग की गूंज सुनाई देने लगी थी। इसके साथ ही सेंट अंथोनी इंटर कॉलेज, सेंट फ्रांसिस स्कूल और मसीही परिवारों के घरों की सजावट भी देखते ही बन रही थी। आधी रात तक लोग विभिन्न झांकियों और रोशनी से सजे माहौल का आनंद लेते रहे।





