Report By: Devendra Jaiswal, Edit By: Priyanshi Soni
Indore: इंदौर में साइबर अपराधियों ने मोबाइल हैकिंग का एक ऐसा नया और खतरनाक तरीका अपनाया है, जिसने पुलिस विभाग समेत पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है। चंदन नगर, आजाद नगर और लसुड़िया थाना क्षेत्र में पदस्थ एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन हैक होने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि इन्हीं पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर अब आम लोगों को ई-चालान के नाम पर फर्जी मैसेज भेजे जा रहे हैं।
Indore: ई-चालान के नाम पर फैलाया जा रहा साइबर जाल
साइबर ठग पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर से ऐसे मैसेज भेज रहे हैं, जिनमें ट्रैफिक ई-चालान भरने का दबाव बनाया जा रहा है। मैसेज के साथ एक APK फाइल भी भेजी जा रही है। जैसे ही कोई व्यक्ति इस फाइल को डाउनलोड कर अपने मोबाइल में इंस्टॉल करता है, उसका फोन पूरी तरह हैक हो जाता है।
मोबाइल का पूरा कंट्रोल ठगों के हाथ में
जानकारी के मुताबिक APK फाइल इंस्टॉल होते ही साइबर अपराधियों को मोबाइल का पूरा एक्सेस मिल जाता है। इसके बाद वे फोन में सेव कॉन्टैक्ट्स, ओटीपी, बैंकिंग डिटेल्स और अन्य संवेदनशील जानकारियों तक आसानी से पहुंच बना लेते हैं। यही वजह है कि एक मोबाइल हैक होने के बाद उसी फोन से जुड़े अन्य लोगों को भी फर्जी मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिससे यह साइबर जाल तेजी से फैल रहा है।
पहले पुलिसकर्मी बने शिकार, अब आम नागरिक
इस साइबर ठगी का शिकार पहले एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी बने और अब आम नागरिक भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि साइबर ठगों ने पुलिसकर्मियों के मोबाइल तक पहुंच कैसे बनाई।
साइबर सेल की अपील
साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान नंबर से आए ई-चालान या अन्य लिंक और APK फाइल को डाउनलोड न करें। संदिग्ध मैसेज मिलने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।





