by: vijay nandan
BangladeshUnrest: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के 15 महीनों बाद फिर हिंसा की आग भड़क उठी है। 2024 जुलाई आंदोलन के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देश में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। हादी की मौत 18 दिसंबर 2025 को सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ। वो पिछले छह दिनों से जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा था।
ANI न्यूज एजेंसी के मुताबिक ढाका और अन्य हिस्सों में गुरुवार को हिंसा तब और भड़क गई, जब छात्र नेता और स्वतंत्र राजनेता शरिफ उस्मान हादी की मौत हो गई. एक हफ्ते पहले नकाबपोश हमलावरों ने उन पर गोली चलाई थी. बड़े मीडिया संस्थानों ‘द डेली स्टार’ और ‘प्रोथोम आलो’ के दफ्तरों में आग लगा दी गई. प्रदर्शनकारियों ने भारतीय राजनयिक मिशनों की ओर मार्च करने की कोशिश की और पहले सत्ता में रही पार्टी अवामी लीग से जुड़ी संपत्तियों पर भी हमला किया. इसी बीच, बीबीसी बांग्ला की एक रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि गुरुवार रात मयमनसिंह के भालुका उपज़िला में ईशनिंदा के आरोपों पर हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला.



हादी की मौत की पुष्टि करते हुए अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रो. डॉ. मोहम्मद यूनुस ने देर रात राष्ट्र के नाम संबोधन में इस हत्या की कड़ी निंदा की और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और नफरत से दूर रहने की अपील की।
BangladeshUnrest: ढाका में हिंसक प्रदर्शन, मीडिया संस्थान निशाने पर
हादी की मौत की खबर सामने आते ही ढाका के शाहबाग चौराहे और आसपास के इलाकों में हजारों छात्र और समर्थक सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की और देखते ही देखते हालात हिंसक हो गए। राजधानी में कई इमारतों में आगजनी की गई, जिनमें देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों डेली स्टार और प्रोथोम आलो के कार्यालय भी शामिल हैं। हमलों के दौरान कुछ पत्रकारों और कर्मचारियों के भीतर फंसे होने की भी सूचना सामने आई।
प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने करवान बाजार स्थित प्रोथोम आलो के कार्यालय पर भी हमला किया, जिससे पत्रकार समुदाय में भारी आक्रोश है।

BangladeshUnrest: अंतरिम सरकार ने हिंसा की निंदा की
शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंसा, आगजनी, धमकी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं की कड़ी निंदा की। सरकार ने कहा कि देश इस समय एक ऐतिहासिक लोकतांत्रिक संक्रमण के दौर से गुजर रहा है और कुछ अराजक तत्व इसे अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया कि वह पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के साथ मजबूती से खड़ी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
BangladeshUnrest: शाहबाग में फिर प्रदर्शन, ‘क्रांतिकारी सरकार’ की मांग
शुक्रवार को ढाका के शाहबाग चौराहे पर एक बार फिर प्रदर्शन शुरू हो गए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार के खिलाफ नारे लगाए और “क्रांतिकारी सरकार” के गठन की मांग की। इस दौरान कुछ भारत विरोधी नारे भी सुनाई दिए।
हालिया हिंसा के बीच इनकिलाब मंच ने भी लोगों से अपील की है कि वे हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी से दूर रहें। संगठन ने कहा कि कुछ ताकतें बांग्लादेश को कमजोर राज्य बनाने की कोशिश कर रही हैं, जिसका लाभ देश विरोधी तत्वों को मिलेगा।
BangladeshUnrest: भारत में भी चिंता, बंगाल BJP का बयान
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सामिक भट्टाचार्य ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि पड़ोसी देश में कट्टरपंथी ताकतें हालात को नियंत्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और विदेश मंत्रालय स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
BangladeshUnrest: सांस्कृतिक संस्थान भी बना निशाना
ढाका के धनमंडी इलाके में स्थित बांग्लादेश की प्रतिष्ठित सांस्कृतिक संस्था छायानट (Chhayanaut) के कार्यालय पर भी हिंसक हमला किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी, जिससे दुर्लभ पुस्तकें, वाद्य यंत्र और सांस्कृतिक धरोहर नष्ट हो गई। संस्था के पदाधिकारियों ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
चुनावों पर भी बढ़ी अनिश्चितता
हिंसा और अशांति के चलते फरवरी 2026 में प्रस्तावित चुनावों को लेकर भी अनिश्चितता गहराती जा रही है। देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है।
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