BY: Yoganand Shrivastva
Dehli: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसे लेकर देशभर के PwBD उम्मीदवारों में राहत और उत्साह दोनों है। आयोग ने घोषणा की है कि अब से UPSC की सभी परीक्षाओं में Persons with Benchmark Disabilities (PwBD) कैटेगरी के उम्मीदवारों को वही परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा, जिसे वे आवेदन करते समय चुनेंगे। यह निर्णय दिव्यांगजनों की सुविधा, सुगमता और बराबरी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
दिव्यांगों को परीक्षा के लिए नहीं करनी पड़ेगी लंबी यात्रा
UPSC ने बताया कि वर्षों से दिव्यांग अभ्यर्थियों को अपने शहर से दूर स्थित परीक्षा केंद्रों पर जाना पड़ता था, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। कई बार ऐसे अभ्यर्थियों को उस शहर में जाना पड़ता था जहां मूलभूत सुविधाएँ भी उनके अनुकूल नहीं रहती थीं।
आयोग का कहना है कि नई व्यवस्था से PwBD उम्मीदवारों को उनके मनचाहे शहर में ही परीक्षा केंद्र मिलेगा, जिससे यात्रा की परेशानी और असुविधा से छुटकारा मिलेगा।
डेटा एनालिसिस के आधार पर UPSC का निर्णय
UPSC के चेयरमैन अजय कुमार के अनुसार पिछले पाँच सालों के परीक्षा केंद्रों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया।
इसमें ये सामने आया कि दिल्ली, लखनऊ, पटना, कटक जैसे शहरों में परीक्षा केंद्रों की क्षमता तेजी से भर जाती है। ऐसे में PwBD अभ्यर्थी अपने शहर में केंद्र चुनने के बावजूद जगह न मिलने से परेशान होते थे और उन्हें दूसरे शहर जाना पड़ता था।
इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आयोग ने फैसला लिया कि अब कोई भी दिव्यांग उम्मीदवार क्षमता सीमाओं की वजह से परीक्षा केंद्र बदलने को मजबूर नहीं होगा।
कैसे होगा नए सिस्टम के तहत केंद्रों का आवंटन
UPSC ने स्पष्ट किया है कि—
- प्रत्येक परीक्षा केंद्र की मौजूदा क्षमता पहले PwBD और नॉन-PwBD दोनों के लिए खुली रहेगी।
- से ही कोई केंद्र अपनी अधिकतम क्षमता के करीब पहुंचेगा, वह नॉन-PwBD उम्मीदवारों के लिए बंद कर दिया जाएगा।
- लेकिन PwBD अभ्यर्थी अपनी पसंद का वही केंद्र चुन सकेंगे, चाहे क्षमता सीमा पार ही क्यों न हो जाए।
- UPSC आवश्यकता पड़ने पर उस केंद्र की क्षमता बढ़ा देगा ताकि PwBD उम्मीदवार को उसका इच्छित केंद्र ही मिले।
यह मॉडल दिव्यांगजनों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें अधिकतम सुविधा प्रदान करेगा।
दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत
यह फैसला उन PwBD कैंडिडेट्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, जिनके लिए
- ट्रांसपोर्ट,
- व्हीलचेयर एक्सेस,
- मेडिकल सहायता,
- और पारिवारिक सहयोग
महत्त्वपूर्ण होता है। परीक्षा केंद्र घर के पास होने से उनकी तनाव, खर्च और शारीरिक कठिनाइयों में भारी कमी आएगी।
UPSC द्वारा आयोजित होती हैं देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाएँ
UPSC देश में कई महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षाएँ आयोजित करता है, जिनमें—
- सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS, IFS)
- NDA
- CDS
- इंजीनियरिंग सर्विसेस
- अन्य सेंट्रल सर्विसेस
सबसे चर्चित सिविल सेवा परीक्षा साल में तीन चरणों— प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू— में होती है।
नए फैसले का सबसे अधिक लाभ उन दिव्यांग अभ्यर्थियों को होगा जो वर्षों से अतिरिक्त चुनौतियों का सामना करते रहे हैं।
नई पहल से UPSC ने दिखाई संवेदनशीलता
UPSC का यह फैसला न सिर्फ दिव्यांग अभ्यर्थियों की सुविधा बढ़ाने वाला है, बल्कि परीक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी और समानता पर आधारित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। इससे हजारों PwBD उम्मीदवारों को IAS–IPS जैसे बड़े सपनों को साकार करने में नई उम्मीद मिलेगी।





