by: vijay nandan
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) से भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। अनमोल, जो कि कई हाई-प्रोफाइल आपराधिक मामलों में मुख्य साजिशकर्ता है, के भारत आने से अब राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) उस पर शिकंजा कस सकती है। अनमोल बिश्नोई को मंगलवार, 18 नवंबर 2025 को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारत भेजा गया है। उसकी गिरफ्तारी और डिपोर्टेशन की जानकारी अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने महाराष्ट्र के विधायक बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को एक ईमेल के माध्यम से दी, जिसकी पुष्टि जीशान ने एक स्क्रीनशॉट साझा करके की।
‘मोस्ट वांटेड’ अपराधी अनमोल
अनमोल बिश्नोई भारत में कई गंभीर और हिंसक अपराधों में वांछित है, जिसमें कुल 18 संगीन मामले दर्ज हैं।
- मुख्य मामले:
- अक्टूबर 2024 में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का प्रमुख साजिशकर्ता।
- मई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल।
- अप्रैल 2024 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के मुंबई स्थित घर के बाहर फायरिंग के मामले में भी वांछित।
पिछले साल, अनमोल को अमेरिकी अधिकारियों ने अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के तुरंत बाद, भारत ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की। महाराष्ट्र की एक अदालत ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया, जिसके आधार पर वैश्विक कानून प्रवर्तन एजेंसी इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था।

NIA ने अनमोल को अपनी ‘मोस्ट वांटेड’ लिस्ट में शामिल किया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹10 लाख का इनाम भी घोषित किया था। उस पर मूसेवाला के हत्यारों को हथियार और लॉजिस्टिकल सहायता प्रदान करने का आरोप भी है।
मूसेवाला और सिद्दीकी हत्याकांड में भूमिका
अनमोल बिश्नोई का नाम पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में प्रमुखता से सामने आया था। मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी उसके गैंग मेंबर गोल्डी बराड़ ने ली थी। अनमोल के डिपोर्टेशन के बाद उम्मीद है कि इन केसों से जुड़े और महत्वपूर्ण राज खुल सकते हैं।
चार्जशीट के अनुसार, अनमोल पर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले शूटरों विक्की गुप्ता और सागर पाल को प्रेरित करने का आरोप है। आरोप है कि उसने शूटरों को लगभग नौ मिनट का भाषण दिया था और उन्हें ‘इतिहास रचने’ के लिए उकसाया था।
पूर्व महाराष्ट्र मंत्री और विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर 2024 को उनके बेटे के कार्यालय के बाहर गोली मारकर कर दी गई थी। जांच अधिकारियों के अनुसार, इस मामले के शूटर भी अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। यह दर्शाता है कि अनमोल अमेरिका में रहते हुए भी भारत में अपने आपराधिक नेटवर्क का प्रबंधन कर रहा था।
गैंग में दरार
स्वदेश न्यूज को मिली खबरों के मुताबिक जून 2025 में एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया था कि गैंग के दो सबसे बड़े बॉस लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़, जो कभी करीबी दोस्त थे, अब अलग हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि उनके अंतरराष्ट्रीय आपराधिक साम्राज्य (जिसमें रंगदारी, हत्या, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी शामिल है) में यह दरार अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद और भी बढ़ गई थी।





