रिपोर्ट- मनोज जंगम
जगदलपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मंगलवार को जगदलपुर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका आत्मीय स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पंडुम कैफे का शुभारंभ किया, जो आत्मसमर्पित माओवादियों के पुनर्वास और रोजगार सुनिश्चित करने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कैफे में आत्मसमर्पित माओवादियों द्वारा तैयार किए गए पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी लिया।

210 माओवादियों के आत्मसमर्पण के बाद बड़ा कदम,30 युवाओं को प्रशिक्षण
हाल ही में 210 माओवादियों के आत्मसमर्पण के बाद सरकार उनकी मुख्य धारा में वापसी और आजीविका के लिए नई संभावनाएं तैयार कर रही है। इसी कड़ी में 30 आत्मसमर्पित माओवादियों को पंडुम कैफे में कामकाज का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें खाद्य निर्माण, सेवा प्रबंधन, आत्मनिर्भरता और व्यवसाय संचालन की जानकारी दी गई। सीएम साय ने कहा कि यह पहल न सिर्फ उन्हें रोजगार देगी, बल्कि समाज से जुड़ने का नया अवसर भी प्रदान करेगी।


सरकार की नीतियों का प्रभाव, नक्सल समाप्ति की दिशा में तेज कदम
मुख्यमंत्री का यह दौरा बस्तर में चल रही पुनर्वास नीतियों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
छत्तीसगढ़ सरकार लोन वराटु अभियान, पुना माड़गेम नीति और विकास योजनाओं के माध्यम से माओवाद प्रभावित इलाकों में मुख्यधारा से जुड़ाव को बढ़ावा दे रही है। सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे को लेकर निर्धारित रोडमैप पर तेजी से आगे बढ़ना है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. के मार्गदर्शन में यह अभियान लगातार जारी है।





