Mohit Jain
देशभर में सोने-चांदी के दामों में आज यानी 28 अक्टूबर को भारी गिरावट दर्ज की गई है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने की कीमत ₹1,913 घटकर ₹1,19,164 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है। वहीं चांदी ₹1,631 की गिरावट के साथ ₹1,43,400 प्रति किलोग्राम हो गई।
कल की तुलना में यह गिरावट निवेशकों और ज्वेलर्स दोनों के लिए अहम मानी जा रही है।
IBJA के रेट्स में 3% GST, मेकिंग चार्ज और ज्वेलर मार्जिन शामिल नहीं होते, इसलिए शहरों के भाव अलग-अलग हो सकते हैं। यही रेट्स RBI के सोवरेन गोल्ड बॉन्ड और बैंकों के गोल्ड लोन तय करने में भी काम आते हैं।
8 दिन में ₹10,420 सस्ता हुआ सोना, ₹25,830 टूटी चांदी

19 अक्टूबर को सोने की कीमत अपने अब तक के उच्चतम स्तर ₹1,29,584 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी।
इसके बाद लगातार गिरावट के चलते अब सोना ₹1,19,164 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है यानी सिर्फ 8 दिनों में ₹10,420 की गिरावट।
वहीं, चांदी ₹1,69,230 प्रति किलो से घटकर ₹1,43,400 प्रति किलो रह गई है यानी ₹25,830 सस्ती हुई है।
सोना-चांदी के सस्ते होने की 3 बड़ी वजहें
- सीजनल डिमांड में कमी:
दिवाली और शादी जैसे फेस्टिव सीजन के बाद सोने-चांदी की मांग अचानक कम हो गई है, जिससे दामों में गिरावट आई है। - ग्लोबल टेंशन में कमी:
सोना-चांदी को ‘सेफ हेवन’ माना जाता है। जब अंतरराष्ट्रीय तनाव घटता है, तो निवेशक इनसे पैसा निकालते हैं। यही कारण है कि ग्लोबल मार्केट में भी कीमतें गिरी हैं। - प्रॉफिट बुकिंग और ओवरबॉट सिग्नल:
लगातार तेजी के बाद निवेशक अब मुनाफा वसूलने में जुट गए हैं। टेक्निकल इंडिकेटर्स जैसे RSI दिखा रहे थे कि गोल्ड- सिल्वर ओवरबॉट जोन में थे, इसलिए डीलर्स ने बिकवाली शुरू कर दी।
इस साल अब तक ₹43,000 बढ़ा सोना, फिर भी गिरावट क्यों?
31 दिसंबर 2024 को सोने की कीमत ₹76,162 प्रति 10 ग्राम थी, जो अब बढ़कर ₹1,19,164 रुपए हो चुकी है।
इस तरह सालभर में सोना ₹43,002 महंगा हुआ है।
वहीं चांदी भी ₹86,017 से बढ़कर ₹1,43,400 तक पहुंच चुकी है यानी ₹57,383 की बढ़त के बाद हालिया गिरावट दिखी है।
सोना खरीदते समय रखें ये दो बातें ध्यान में
- सिर्फ BIS हॉलमार्क्ड गोल्ड खरीदें:
हॉलमार्क वाला गोल्ड असली और शुद्ध होता है। BIS मार्क के साथ आने वाला कोड (जैसे AZ4524) सोने की कैरेट और शुद्धता बताता है। - कीमत जरूर क्रॉस-चेक करें:
सोना खरीदने से पहले उस दिन का भाव और वजन अलग-अलग सोर्स से चेक करें जैसे IBJA की वेबसाइट या स्थानीय ज्वेलर।
ध्यान दें कि 24K, 22K, और 18K के दामों में बड़ा फर्क होता है।
फेस्टिव सीजन के बाद सोने-चांदी की कीमतों में आई गिरावट निवेशकों के लिए शॉर्ट-टर्म राहत है, लेकिन लंबे समय के नजरिए से गोल्ड अभी भी मजबूत एसेट बना हुआ है।
अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो अगले कुछ दिनों तक मार्केट के स्थिर होने का इंतजार करना बेहतर रहेगा।





