BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर: सीबीआई ने शनिवार को व्यापमं घोटाले के फरार आरोपी मोहम्मद जावेद को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है। जावेद पिछले छह साल से फरार था। गिरफ्तारी के बाद उसे विशेष सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
मोहम्मद जावेद पर आरोप है कि उसने वर्ष 2009 में आयोजित व्यापमं प्री-मेडिकल टेस्ट (PMT) में हेमंत नामक परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दी थी। इसी फर्जीवाड़े के कारण हेमंत का चयन संभव हुआ।
व्यापमं फर्जीवाड़े का मामला शुरू में एसआईटी द्वारा जांचा गया था, बाद में इसे सीबीआई को सौंप दिया गया। इसके अन्य आरोपियों को पहले ही विशेष न्यायालय द्वारा सजा दी जा चुकी है, लेकिन जावेद तब से फरार था।
व्यापमं मामले की जांच और अन्य फरार आरोपी:
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को व्यापमं कांड के 69 मामले सौंपे गए थे। इनमें पीएमटी, आरक्षक भर्ती और शिक्षक परीक्षा सहित अन्य फर्जीवाड़ों की जांच की गई। जांच के दौरान नए आरोपी भी जुड़े और कुल आरोपी 80 तक पहुँच गए। वर्तमान में 24 आरोपी अभी भी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
इन 69 मामलों में से 46 में फैसला हो चुका है, जबकि 23 केस विशेष न्यायालय में ट्रायल के अधीन हैं। पीएमटी फर्जीवाड़े के मामले अधिक हैं, क्योंकि इनमें आरोपियों की संख्या ज्यादा थी। आरोप है कि पास होने के लिए परीक्षार्थियों ने उत्तर प्रदेश से सॉल्वर बुलाए थे। इनमें से कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्होंने पहले पीएमटी पास किया हुआ था और उन्हें मध्य प्रदेश में परीक्षा देकर परिणाम हासिल कराया गया।





