
Mohit Jain
भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही संभावित ट्रेड डील से भारतीय निर्यातकों को राहत मिल सकती है। सूत्रों के अनुसार भारत की कुछ चुनिंदा वस्तुओं पर लगने वाला 50% अमेरिकी टैरिफ घटकर 15% किया जा सकता है। इस डील में ऊर्जा और कृषि सेक्टर की वार्ता सबसे अहम मानी जा रही है।
अमेरिका से मक्का और एथेनॉल आयात पर खुल सकता है बाजार

अमेरिकी पक्ष ने उम्मीद जताई है कि भारत धीरे-धीरे रूसी कच्चे तेल की खरीद में कमी करेगा और अमेरिका से नॉन जीएम मक्का व सोयामील के लिए बाजार खोलेगा। भारत का मानना है कि इससे घरेलू पोल्ट्री, डेयरी और एथेनॉल इंडस्ट्री पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। वर्तमान में भारत सालाना लगभग 5 लाख टन मक्का अमेरिका से आयात करता है।
प्रीमियम चीज (पनीर) पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि नॉन जीएम मक्का पर वर्तमान 15% टैक्स घटाने पर फिलहाल सहमति नहीं है। अमेरिका प्रीमियम चीज (पनीर) के आयात की भी मांग कर रहा है, लेकिन भारत इस पर अभी सहमत नहीं है।
टैरिफ और व्यापार के आंकड़े

अमेरिका ने अप्रैल में भारत पर 25% टैरिफ और रूस से कच्चे तेल की खरीद के लिए 25% पैनल्टी लगाई थी, जिससे कुल टैरिफ 50% तक पहुंच गया। इस वजह से भारत का लगभग 85 हजार करोड़ रुपए का निर्यात प्रभावित हो रहा है। पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल का कहना है कि भारत अमेरिका के साथ अपने घरेलू हितों से समझौता नहीं करेगा, लेकिन द्विपक्षीय व्यापार को महत्व देता है।
भारत-अमेरिका का लक्ष्य 2030 तक व्यापार को 500 अरब डॉलर तक बढ़ाना है। अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात 21.64% बढ़कर 33.53 अरब डॉलर हुआ, जबकि आयात 12.33% बढ़कर 17.41 अरब डॉलर रहा।