BY: Yoganand Shrivastva
वाटरफोर्ड (आयरलैंड) – दक्षिण-पूर्वी आयरलैंड के वाटरफोर्ड शहर में एक 6 वर्षीय भारतीय मूल की मासूम बच्ची पर हमला किया गया। यह घटना उस समय हुई जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। हमलावरों का व्यवहार न केवल हिंसक था, बल्कि उन्होंने नस्लभेदी टिप्पणियाँ भी कीं। इस हमले ने आयरलैंड में भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कौन है पीड़ित बच्ची?
पीड़ित बच्ची की पहचान निया नवीन के रूप में हुई है, जो केरल के कोट्टायम जिले से ताल्लुक रखती है। बच्ची की मां अनुपा अच्युतन एक पेशेवर नर्स हैं और पिछले 8 वर्षों से आयरलैंड में रह रही हैं। वे जनवरी 2025 में अपने परिवार के साथ इस इलाके में शिफ्ट हुई थीं।
हमले के पीछे क्या था कारण?
अनुपा के अनुसार, यह हमला बिल्कुल बिना किसी उकसावे के हुआ। जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी और अनुपा अंदर अपने छोटे बेटे को दूध पिला रही थीं, उसी दौरान 12-14 साल के किशोरों के एक समूह ने बच्ची पर हमला कर दिया।
बच्ची की मां ने बताया कि उन लड़कों ने बच्ची को “गंदी” कहा और कहा कि “भारत वापस जाओ।” फिर उन्होंने उसके चेहरे पर घूंसे मारे, बाल खींचे, गर्दन पर वार किया और एक लड़के ने साइकिल से उसके निजी अंगों पर हमला किया। यह सुनकर न सिर्फ मां बल्कि पूरी भारतीय समुदाय दहल गया है।
बच्ची की हालत और मां की आपबीती
बच्ची इतनी डरी हुई थी कि घटना के बाद कुछ बोल नहीं पाई। वह रोते हुए घर लौटी और कुछ देर बाद उसके दोस्तों से पूरी घटना की जानकारी मिली। मां अनुपा अच्युतन ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी बेटी अपने ही घर के बाहर असुरक्षित हो सकती है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि, “सबसे डरावना वह पल था जब हमला करने वाले लड़के पीछे मुड़कर हमें देखकर हंस रहे थे। ऐसा लगा जैसे हमारे डर का मज़ाक उड़ाया जा रहा हो।”
क्या कार्रवाई हुई?
इस मामले में स्थानीय पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। हालांकि, अनुपा चाहती हैं कि उन बच्चों को सज़ा देने की बजाय समझाया जाए, ताकि वे जान सकें कि उनका व्यवहार कितना गलत और खतरनाक था।
बढ़ते नस्लीय हमले और भारतीय समुदाय की चिंता
इस घटना ने आयरलैंड में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। हाल ही में डबलिन में एक भारतीय व्यक्ति पर हमला, और एक टैक्सी ड्राइवर पर बोतल से वार जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन सभी मामलों में हमलावरों ने एक ही बात कही – “अपने देश वापस जाओ“।
इन हमलों को देखते हुए भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा का ध्यान रखने की सलाह दी है।