रमेश सिप्पी की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ 15 अगस्त 2025 को अपनी रिलीज के 50 साल पूरे करने जा रही है। यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में उतनी ही ताजा है, जितनी पहली बार पर्दे पर उतरी थी। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया बच्चन और अमजद खान जैसे सितारों से सजी इस फिल्म को हिंदी सिनेमा की सबसे महान फिल्मों में गिना जाता है।
फिल्म के डायलॉग से लेकर किरदार तक, सबने भारतीय सिनेमा के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
क्यों नहीं बन सकता ‘शोले 2’
इस खास मौके पर हेमा मालिनी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि “दूसरी शोले बनाना मुश्किल है।”
उन्होंने याद करते हुए कहा:
- “जब हमने काम करना शुरू किया था, तब नहीं पता था कि इतनी बड़ी हिट होगी। 50 साल बाद संसद में आप मुझसे इसके बारे में सवाल पूछेंगे, यह कभी सोचा भी नहीं था।”
- “उस दौर की फिल्में अलग थीं। वो दौर बस खास था। दूसरी शोले कभी नहीं बन सकती।”
बॉक्स ऑफिस और सफलता की कहानी
- बजट: 3 करोड़ रुपये
- कलेक्शन: लगभग 50 करोड़ रुपये (उस दौर में बड़ी रकम)
- शुरुआती दो हफ्तों में फिल्म को ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन बाद में जबरदस्त प्रमोशन के बाद यह सुपरहिट साबित हुई।
- जय और वीरू की दोस्ती ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
- मुंबई के मिनर्वा थिएटर में यह फिल्म लगातार 5 साल चली।
हालांकि, बाद में शाहरुख खान और काजोल की ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ ने इसका रिकॉर्ड तोड़ दिया।
हेमा मालिनी का फिल्मी सफर
फिल्मों से दूर होने के बावजूद हेमा मालिनी आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं।
- आखिरी बार उन्हें 2020 में रिलीज हुई ‘शिमला मिर्ची’ में देखा गया था।
- उनके फैंस अब उन्हें बड़े पर्दे पर वापसी करते देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
‘शोले’ ने भी कई अवॉर्ड्स अपने नाम किए:
- बंगाल जर्नलिस्ट एसोसिएशन से 3 अवॉर्ड्स
- 50वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में क्लासिक फिल्म अवॉर्ड
‘शोले’ केवल एक फिल्म नहीं बल्कि भारतीय सिनेमा का एक एवरग्रीन अध्याय है। हेमा मालिनी की मानें तो इसका सीक्वल कभी संभव नहीं, क्योंकि उस दौर का जादू दोबारा नहीं रचा जा सकता।