रिपोर्टरःसुरेन्द्र जम्वाल
बिलासपुर: जिले में क्षय रोग (टीबी) के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। जिले की 174 पंचायतों में से 29 पंचायतों को पूरी तरह टीबी मुक्त घोषित कर दिया गया है। इनमें से 11 पंचायतों में पिछले एक से दो वर्षों के दौरान टीबी का कोई भी मामला सामने नहीं आया, जबकि 18 पंचायतों में बीते एक वर्ष से कोई नया मरीज दर्ज नहीं हुआ है। इस सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11 पंचायत प्रतिनिधियों को रजत पदक और 18 पंचायतों को कांस्य पदक देकर सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शशि दत्त शर्मा के अनुसार, टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने के लिए छह प्रमुख मानकों को आधार बनाया गया। अभियान की शुरुआत में 35 पंचायतों को चयनित किया गया था, जिनमें से 29 पंचायतें इन मानकों पर पूरी तरह खरी उतरीं। यह सफलता जिले में 100 दिवसीय विशेष अभियान के अंतर्गत मिली, जो 7 दिसंबर से 23 मार्च तक संचालित किया गया। अभियान के दौरान 51,152 लोगों की जांच एवं परामर्श किया गया, जबकि निर्धारित लक्ष्य 42,452 लोगों का था। इस दौरान 247 नए टीबी मरीजों की पहचान की गई, जिससे जिले में कुल 829 टीबी मरीजों का उपचार चल रहा है।
टीबी उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे “निक्षय मित्र योजना” के तहत अब तक 182 लोगों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 112 निक्षय मित्रों ने टीबी मरीजों को पोषण किट प्रदान करने की सहमति दी है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़कर जिले को पूरी तरह टीबी मुक्त बनाना है।
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