लंदन में चल रहे विंबलडन 2025 में भारत की जड़ें रखने वाले अमेरिकी टेनिस स्टार रोनित कार्की ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए जूनियर चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सिर्फ 17 साल की उम्र में रोनित ने विश्व स्तर पर अपनी छाप छोड़ दी है।
कौन हैं रोनित कार्की?
- उम्र: 17 वर्ष
- नागरिकता: अमेरिका
- मूल: उत्तराखंड, भारत
- खेल शैली: सीधे हाथ से खेलने वाले टेनिस खिलाड़ी
- संस्थान: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े
- रैंकिंग:
- ITF जूनियर रैंकिंग में 7 जुलाई 2025 को 52वें स्थान पर
- अप्रैल 2025 में करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग – 49
रोनित ने विंबलडन जूनियर सेमीफाइनल में बुल्गारिया के अलेक्जेंडर वासिलेव को हराया। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर 16 एलन वाजनी को भी मात दी थी।
रोनित की प्रमुख उपलब्धियां
- जनवरी 2025:
ITF जूनियर J300 बैरेंक्विला डबल्स खिताब जीता, साथी खिलाड़ी जैक सैटरफील्ड के साथ - जून 2025:
रोलैंड गैरो जूनियर चैंपियनशिप के दूसरे दौर तक पहुंचे - 2023 और 2024:
- यूएसटीए विंटर नेशनल्स बॉयज 18 डबल्स – गोल्ड बॉल
- ईस्टर बाउल बॉयज 18 डबल्स – गोल्ड बॉल
रोनित का उत्तराखंड से गहरा रिश्ता
रोनित के माता-पिता त्रिलोक सिंह कार्की और कंचन कार्की मूल रूप से उत्तराखंड के पंगखू के जाबुका गांव से ताल्लुक रखते हैं। दोनों पेशे से इंजीनियर हैं और अमेरिका में बस चुके हैं। रोनित की बड़ी बहन नाओमी कार्की भी जूनियर लेवल पर अमेरिका के लिए टेनिस खेलती हैं।
क्यों है रोनित की कहानी खास?
- प्रेरणा: भारतीय मूल के युवा खिलाड़ी की वैश्विक सफलता
- प्रतिभा और समर्पण: कम उम्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन
- विकास की रफ्तार: जूनियर रैंकिंग में लगातार सुधार और शीर्ष स्तर की प्रतियोगिताओं में सफलता
- भविष्य की उम्मीद: पेशेवर टेनिस में एक बड़ा नाम बनने की पूरी क्षमता
रोनित कार्की की विंबलडन जूनियर फाइनल में एंट्री सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि भारतवंशियों के लिए गर्व का क्षण है। उत्तराखंड की मिट्टी से निकला यह सितारा अब ग्लोबल टेनिस मंच पर चमक रहा है। उनके आगे का सफर लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकता है।