रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर लंबी और विस्तृत बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने युद्ध, शांति प्रयासों और वैश्विक प्रतिबंधों पर गहन चर्चा की।
जेलेंस्की ने जताया भारत के प्रति आभार
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा—
“भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरी लंबी बातचीत हुई। हमने सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। मैं प्रधानमंत्री का हमारे लोगों के प्रति उनके गर्मजोशी भरे समर्थन के लिए आभारी हूं।”
I had a long conversation with the Prime Minister of India @narendramodi. We discussed in detail all important issues – both of our bilateral cooperation and the overall diplomatic situation. I am grateful to the Prime Minister for his warm words of support for our people.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 11, 2025
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उन्होंने बताया कि बातचीत में उन्होंने पीएम मोदी को रूस के हमलों की जानकारी दी, जिनमें ज़ापोरिज्जिया बस अड्डे पर हालिया बमबारी भी शामिल है। इस हमले में दर्जनों लोग घायल हुए।
भारत का रुख और शांति पहल में समर्थन
जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि भारत यूक्रेन के शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और मानता है कि
- यूक्रेन से जुड़े हर फैसले में यूक्रेन की भागीदारी जरूरी है।
- अन्य तरीकों से कोई स्थायी समाधान नहीं निकलेगा।
दोनों नेताओं ने रूस पर प्रतिबंधों के मुद्दे पर भी चर्चा की। जेलेंस्की ने जोर दिया कि रूस के युद्ध वित्तपोषण को रोकने के लिए रूसी ऊर्जा और तेल निर्यात पर कड़ी पाबंदी जरूरी है।
आगामी योजनाएं और संयुक्त राष्ट्र बैठक
दोनों पक्षों ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान एक व्यक्तिगत मुलाकात की योजना पर सहमति जताई। साथ ही, भविष्य में उच्च स्तरीय यात्राओं के आदान-प्रदान पर भी चर्चा हुई।
रूस-यूक्रेन तनाव के बीच ड्रोन हमले
इसी बीच, यूक्रेन ने रूस के निजनी नोवगोरोद शहर के दो औद्योगिक क्षेत्रों पर ड्रोन हमले किए। इसमें एक व्यक्ति की मौत और दो घायल हुए। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अलास्का में प्रस्तावित शिखर वार्ता होने वाली है। माना जा रहा है कि इस वार्ता में पुतिन, ट्रंप को रूस के हित में एक शांति समझौते के लिए राजी करने की कोशिश करेंगे।





