पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 92 साल के मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। मनमोहन सिंह का योगदान सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में याद किया जाता है। उनके निधन के बाद उनसे जुड़े तमाम किस्से और कहानियां लोग याद कर रहे हैं। मनमोहन सिंह की नीली पगड़ी के अलावा उनके घर में खड़ी रहने वाली मारुती 800 भी चर्चा की विषय बनी रहती थी।
आईये जानते है क्या कारण था जो मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री होने के बाद भी अपनी पुरानी मारुती को हमेशा संभाल कर रखते थे। हाल ही में योगी सरकार में मंत्री और पूर्व पुलिस अधिकारी असीम अरुण ने उन्हें भावुक श्रद्धांजलि दी है। अरुण असीम एक जमाने में मनमोहन सिंह की एसपीजी टीम में बॉडीगॉर्ड थे। असीम अरुण ने मारुती का किस्सा भी साझा किया।
तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा...
असल में असीम अरुण ने सोशल मीडिया पर मनमोहन के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडीगार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है – क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी।’
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है – क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा… pic.twitter.com/468MO2Flxe
— Asim Arun (@asim_arun) December 26, 2024
अपनी एक ही कार थी – मारुति 800...
उन्होंने आगे लिखा, ‘डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी – मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।’
अब योगी सरकार में मंत्री..
ये वही असीम अरुण हैं जो एनएसजी से ब्लैक कैट कमांडो ट्रेनिंग पाने वाले पहले आईपीएस अधिकारी 2004 में बने। वे अब योगी सरकार में मंत्री भी हैं। उधर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनके निधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने आज अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। मनमोहन सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे।