4 अप्रैल, 2025 को वेदांता के शेयर की कीमत में तेज गिरावट देखी गई, जो सुबह के कारोबार में लगभग 6% नीचे आ गया। शेयर ने 414.35 रुपये का निचला स्तर छुआ, जबकि बाजार भी कमजोर रहा और सेंसेक्स 1% गिर गया।
धातु क्षेत्र के अन्य शेयरों के साथ-साथ वेदांता भी दबाव में रहा, लेकिन यह निफ्टी मेटल इंडेक्स से भी ज्यादा नीचे रहा, जो उसी समय 4% गिर गया।
वेदांता शेयर में गिरावट के 4 प्रमुख कारण
- रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद बाजार की प्रतिक्रिया
वेदांता ने मार्च 2025 तिमाही और वित्तीय वर्ष में एल्युमीनियम और जिंक उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की। इसके अलावा, तेल, गैस, स्टील, आयरन ओर और बिजली बिक्री में भी मजबूत वृद्धि देखी गई। लेकिन बाजार ने इस सकारात्मक खबर को नजरअंदाज कर दिया। - डीमर्जर प्रक्रिया में देरी
वेदांता के पांच अलग-अलग कंपनियों में विभाजन (डीमर्जर) की प्रक्रिया अभी भी चल रही है। इसे 31 मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन एनसीएलटी और अन्य मंजूरियों का इंतजार करते हुए अब इसे 30 सितंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है। - 20 अरब डॉलर के विस्तार योजना पर चिंता
वेदांता ने एल्युमीनियम, कॉपर, जिंक, स्टील, तेल और गैस तथा बिजली क्षेत्रों में विस्तार के लिए अगले तीन वर्षों में 20 अरब डॉलर निवेश की योजना बनाई है। हालांकि, निवेशकों को इसके लिए कर्ज और फंडिंग को लेकर चिंता है। - शेयर प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव
- पिछले 5 दिनों में शेयर 10% गिरा।
- 1 महीने में 2% की मामूली वृद्धि हुई।
- 6 महीने में 18% की गिरावट दर्ज की गई।
- हालांकि, पिछले एक साल में शेयर ने 34% का रिटर्न दिया है।

निवेशकों के लिए सुझाव
वेदांता का भविष्य उसके डीमर्जर, विस्तार योजना और धातु बाजार की स्थिति पर निर्भर करेगा। निवेशकों को इन कारकों पर नजर रखनी चाहिए।