अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान के साथ एक बड़ी ऑयल डील होने का ऐलान किया है। इस समझौते के तहत अमेरिका, पाकिस्तान के विशाल तेल भंडारों के विकास में मदद करेगा। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी कहा कि संभव है, एक दिन पाकिस्तान भारत को भी तेल बेचे। ट्रम्प का बयान ऐसे समय आया है जब कुछ ही घंटे पहले उन्होंने भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी।
पाकिस्तान के तेल भंडार की खोज
पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान की समुद्री सीमा में बड़े पैमाने पर तेल और गैस का भंडार मिला था।
- पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, यह खोज तीन साल की रिसर्च और सर्वे के बाद हुई।
- माना जा रहा है कि यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल और गैस भंडार हो सकता है।
- तुलना करें तो, वेनेजुएला के पास वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा तेल रिजर्व है।
अगर पाकिस्तान इन संसाधनों को निकालने में सफल हो गया, तो उसकी अर्थव्यवस्था में बड़ी छलांग लग सकती है।
तेल और गैस निकालने की चुनौती
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 42 हजार करोड़ रुपये होगी।
- समुद्र की गहराई से तेल निकालने में 4-5 साल लग सकते हैं।
- रिसर्च सफल रहने पर तेल के कुएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए और अधिक निवेश की आवश्यकता होगी।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे देश की ब्लू वॉटर इकोनॉमी के लिए फायदेमंद बताया है, जिसमें समुद्री रास्तों, नए बंदरगाहों और समुद्री नीति के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूती दी जाती है।
भारत पर अमेरिकी टैरिफ का असर
ट्रम्प ने भारत पर 1 अगस्त से 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
- कारण बताया गया है कि भारत रूस से हथियार और ऊर्जा खरीद रहा है।
- ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के साथ भारत का व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है, इसलिए भारतीय सामानों पर टैरिफ लगाया जाएगा।
भारत सरकार ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह स्थिति का मूल्यांकन कर रही है और देश के हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी।
पाकिस्तान ने ट्रम्प को नोबेल के लिए नॉमिनेट किया
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान सरकार ने ट्रम्प को 2026 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है।
- पाकिस्तान का कहना है कि भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान ट्रम्प की कूटनीति ने युद्ध को टालने में मदद की।
- बताया गया कि ट्रम्प ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बातचीत कर संघर्ष विराम सुनिश्चित किया था।
अमेरिका और पाकिस्तान की यह नई ऑयल डील न केवल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकती है, बल्कि दक्षिण एशिया की भू-राजनीति पर भी गहरा असर डाल सकती है। ट्रम्प के बयान से यह संभावना भी खुली कि आने वाले समय में पाकिस्तान भारत को भी तेल बेच सकता है।