नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में वाशिंगटन डी.सी. में हुई बैठक में, दोनों देशों ने व्यापार और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की है। इस वार्ता के दौरान, भारत ने अमेरिकी तेल, गैस, और रक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने का वादा किया है, जबकि अमेरिका ने भारतीय परमाणु संस्थानों पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की घोषणा की है, जिससे असैन्य परमाणु सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, वर्तमान में उपलब्ध स्रोतों में भारत में अमेरिकी सहयोग से परमाणु रिएक्टरों के व्यापक नेटवर्क स्थापित करने के बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं है। फिर भी, दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु सहयोग में प्रगति से भविष्य में इस क्षेत्र में संयुक्त परियोजनाओं की संभावना बढ़ सकती है।
इसके अतिरिक्त, दोनों नेताओं ने व्यापार विवादों को सुलझाने, रक्षा और सुरक्षा में रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने, और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर भी चर्चा की है। भारत ने अवैध प्रवासियों की वापसी में सहयोग का आश्वासन दिया है, जबकि अमेरिका ने भारतीय रक्षा उपकरणों की खरीद में वृद्धि का स्वागत किया है।
कुल मिलाकर, मोदी और ट्रंप की यह बैठक भारत-अमेरिका संबंधों में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है, जिसमें दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ जांच: पुलिस ने फ्लैट से खाली हाथ लौटकर क्या कहा?…..यह भी पढे़