Isa Ahmad
Report- Anmol Kumar
Unnao: उन्नाव में गुरुवार को “नर सेवा नारायण सेवा” के तत्वावधान में प्रांतीय मंत्री एवं प्रभारी विमल द्विवेदी के नेतृत्व में भव्य तुलसी पूजन यात्रा निकाली गई। इस यात्रा के माध्यम से धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय चेतना का संदेश दिया गया। यात्रा के दौरान हिंदू जागरण मंच द्वारा 51 हजार तुलसी के पौधों का निःशुल्क वितरण कर आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया।
तुलसी पूजन यात्रा पूर्व वर्षों की तरह इस बार भी भव्य और आकर्षक रही। पूरा शहर भगवा ध्वजों से सजा नजर आया। जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती आकर्षक झांकियां, दर्जनों घोड़े और गजराज यात्रा का प्रमुख आकर्षण बने। “जय श्रीराम” और “हर हर महादेव” के जयघोषों के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु और आम नागरिक यात्रा में शामिल हुए।
हिंदू जागरण मंच द्वारा पिछले एक माह से तुलसी पौधा वितरण अभियान चलाया जा रहा था, जो यात्रा मार्ग पर भी जारी रहा। जगह-जगह लोगों ने रुककर तुलसी के पौधे प्राप्त किए। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने भारत माता के चित्र वाले कैलेंडर भी वितरित किए। यात्रा रामलीला मैदान से प्रारंभ होकर आवास विकास स्थित वृंदावन गार्डन तक पहुंची।
वृंदावन गार्डन में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विमल द्विवेदी ने सनातन परंपरा में तुलसी के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तुलसी एक पूज्य और गुणकारी पौधा है, जिसने कोरोना काल में भी लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे प्लास्टिक के सजावटी पौधों के बजाय तुलसी जैसे उपयोगी और औषधीय पौधे अपने घरों में लगाएं।
द्विवेदी ने भारतीय संस्कृति को वैज्ञानिक आधार पर आधारित जीवंत संस्कृति बताया और समाज से जुड़े विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। उन्होंने धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर भी चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में सख्त कानून बनाने की मांग की। अन्य वक्ताओं ने भी उनके विचारों का समर्थन किया।
इस अवसर पर सदर विधायक पंकज गुप्ता, आश्रम कानपुर से प्रतिनिधि, जिला प्रभारी कमलेश मिश्रा, जिला अध्यक्ष अनुराग अवस्थी, जिला कारवा आशीष सिंह सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। सभी अतिथियों का स्वागत हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अजय त्रिवेदी द्वारा किया गया। पूरा आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण में संपन्न हुआ।





