BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: पाकिस्तान से संचालित एक साइबर समूह द्वारा भारत की रक्षा प्रतिष्ठानों पर साइबर हमले का दावा किया गया है। “पाकिस्तान साइबर फोर्स” नामक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट के माध्यम से यह कहा गया है कि उन्होंने भारतीय सैन्य इंजीनियरिंग सेवा और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन संस्थान से संवेदनशील डेटा चुरा लिया है।
इस दावे के बाद सतर्कता बरतते हुए रक्षा मंत्रालय के अधीन आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ‘आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड’ की वेबसाइट को फिलहाल ऑफलाइन कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, हैकरों ने वेबसाइट पर पाकिस्तान का झंडा और ‘अल खालिद’ टैंक जैसी सामग्री प्रदर्शित कर वेबसाइट को खराब करने का प्रयास किया। इस हमले से संभावित डेटा चोरी, विशेष रूप से लॉगिन क्रेडेंशियल्स और रक्षा कर्मियों से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी के लीक होने की आशंका जताई जा रही है।
वेबसाइट को बंद कर उसका साइबर ऑडिट शुरू कर दिया गया है, ताकि यह मूल्यांकन किया जा सके कि सिस्टम को कितना नुकसान हुआ है और भविष्य में इस तरह की घुसपैठ को कैसे रोका जा सकता है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि साइबर सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम पर निगरानी बनाए हुए हैं। संभावित खतरे को टालने के लिए साइबरस्पेस की गहन निगरानी की जा रही है, और पाकिस्तान से संचालित संदिग्ध समूहों की गतिविधियों को ट्रैक किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले को भारत के साइबर रक्षा तंत्र को चुनौती देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। सरकार ने इसके मद्देनज़र डिजिटल सुरक्षा ढांचे को और अधिक मजबूत बनाने के निर्देश जारी किए हैं। सभी रक्षा से जुड़े ऑनलाइन सिस्टम्स की सुरक्षा समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के खतरों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
पहलगाम आतंकी हमला: 2900 से अधिक लोग हिरासत में, NIA जांच में जुटी…यह भी पढ़े





