BY: Yoganand Shrivastva
रामानंद सागर द्वारा निर्मित पौराणिक धारावाहिक ‘रामायण’ ने न केवल भारतीय टेलीविजन के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी, बल्कि इसके कलाकारों को भी एक अलग पहचान दिलाई। दीपिका चिखलिया (सीता) और अरुण गोविल (राम) जैसे सितारे तो आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। लेकिन इस ऐतिहासिक शो में एक और अभिनेत्री थीं — उर्मिला भट्ट, जिन्होंने सीता माता की मां महारानी सुनैना का किरदार निभाया था। उनकी मौत की कहानी उतनी ही हृदयविदारक और रहस्यमयी है जितनी की कोई क्राइम थ्रिलर।
एक चर्चित चेहरा, दर्दनाक अंत
उर्मिला भट्ट ने अपने करियर में हिंदी, गुजराती और राजस्थानी फिल्मों में शानदार काम किया। लेकिन उनका अंत बेहद दुखद और चौंकाने वाला था। 22 फरवरी 1997 को जब वो अपने गुजरात स्थित आवास में अकेली थीं, तभी कुछ अज्ञात हमलावर घर में घुसे और उनके साथ जो हुआ, वो किसी भी संवेदनशील दिल को झकझोर सकता है।
बांधकर किया टॉर्चर, फिर रेत दिया गला
हमलावरों ने पहले उर्मिला भट्ट के हाथ-पांव रस्सियों से बांध दिए, फिर बेहद बेरहमी से उन्हें प्रताड़ित किया। इसके बाद उन्होंने उनका गला रेतकर हत्या कर दी। घर से कीमती गहने और सामान लूटकर वे फरार हो गए। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था और उर्मिला का शरीर खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था।
हत्या का रहस्य आज भी अनसुलझा
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी को कुछ पता नहीं था। हत्यारों के न तो चेहरे सामने आए, न कोई पुख्ता सुराग मिला। उर्मिला भट्ट की हत्या आज तक एक अनसुलझी गुत्थी बनी हुई है। इतने वर्षों बाद भी उनके परिवार और चाहने वाले न्याय की राह तक रहे हैं।
तबस्सुम का भावुक खुलासा
दिग्गज अदाकारा तबस्सुम ने अपने शो ‘तबस्सुम टॉकीज’ में इस भयावह घटना का जिक्र करते हुए बताया था कि उर्मिला की निर्दयता से हत्या की गई थी। उन्होंने बताया कि कैसे उनके शरीर को पहले रस्सियों से कसकर बांधा गया और फिर गर्दन पर धारदार हथियार से कई वार किए गए।