संवाददाता: रतन कुमार मंडल
समाधान के लिए एक सप्ताह की मोहलत
चितरा कोलियरी में डंपर और हाईवा के संचालन को लेकर चल रहा विवाद अब भी बरकरार है। गुरुवार को नगर भवन, दुलाडीह में जिला प्रशासन, खदान प्रबंधन और डंपर यूनियन के बीच महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय बैठक हुई, लेकिन कोई ठोस सहमति नहीं बन सकी।
प्रबंधन-यूनियन में टकराव जारी
बैठक में खदान प्रबंधन ने डंपर के साथ 5 हाईवा वाहनों को चलाने की बात दोहराई, जबकि डंपर यूनियन ने साफ कर दिया कि पहले डंपरों को प्राथमिकता दी जाए। यूनियन का तर्क है कि हाईवा के शामिल होने से डंपर मालिकों और चालकों की आजीविका पर सीधा असर पड़ेगा।
एक सप्ताह में होगा अंतिम फैसला
एसडीएम अनंत कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी पक्षों ने एक सप्ताह का समय लेने पर सहमति जताई। तय हुआ कि इस दौरान सभी पक्ष पुनः विचार-विमर्श कर अंतिम और संतुलित समाधान निकालने की कोशिश करेंगे।
करोड़ों का नुकसान
गौरतलब है कि यह विवाद 9 जुलाई से चला आ रहा है, जिसके चलते कोयला ढुलाई पूरी तरह से ठप है। अब तक खदान को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जिससे प्रबंधन और सरकार दोनों चिंतित हैं।
अगली बैठक पर टिकी निगाहें
अब सभी की निगाहें अगले सप्ताह होने वाली बैठक पर टिकी हैं। यह बैठक यह तय करेगी कि डंपर और हाईवा के बीच संतुलन कैसे कायम किया जाए, जिससे कोयला परिवहन बहाल हो सके और मजदूरों तथा चालकों की रोजी-रोटी पर आए संकट को टाला जा सके।