BY: Yoganand shrivastva
सागर ज़िले के देवरी क्षेत्र में रामघाट नाले में बही एक गर्भवती महिला का शव घटना के 48 घंटे बाद गुरुवार सुबह बरामद हुआ। मृतका की पहचान वंदना साहू (22) के रूप में हुई है। उसका शव पचासिया गांव के पास झाड़ियों में फंसा हुआ मिला, जो घटना स्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर था।
घटना की जानकारी मिलते ही जबलपुर से पहुंची NDRF की 30 सदस्यीय टीम ने तलाशी अभियान चलाया और शव को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पंचनामा कार्रवाई पूरी की।
कैसे हुआ हादसा?
नागपंचमी के दिन वंदना अपने पति दशरथ साहू और बहन के साथ रामघाट मंदिर में पूजा करने गई थीं। पूजा के बाद लौटते समय तीनों बाइक से घर जा रहे थे। रास्ते में रामघाट नाले के पुल पर पानी बह रहा था। पुल पार करते समय बाइक फिसल गई और वंदना तेज बहाव में बह गई।
बचाने की कोशिश नाकाम रही
मौके पर मौजूद स्थानीय युवक लखन जाटव और रिज़वान खान ने महिला को बचाने के लिए नाले में छलांग लगाई, लेकिन तेज धार में वे असफल रहे। इसके बाद प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंचा और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
लगातार दो दिन चला तलाशी अभियान
घटना के बाद SDRF और स्थानीय गोताखोरों ने लगातार दो दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद NDRF की टीम को जबलपुर से बुलाया गया, जिसने गुरुवार सुबह तलाशी शुरू की।
झाड़ियों में मिला शव
तलाशी अभियान के दौरान जब टीम ने झाड़ियों में तलाश की तो महिला का शव वहां फंसा मिला। बोट और गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शव की पहचान परिजनों द्वारा वंदना साहू के रूप में की गई।
प्रशासन की ओर से जानकारी
SDM मुनव्वर खान ने बताया कि भारी बारिश के चलते पुल पर पानी बह रहा था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। बचाव कार्य के लिए हर संभव प्रयास किया गया और अंततः NDRF की सहायता से शव को बरामद कर लिया गया।
यह घटना एक बार फिर बताती है कि तेज बारिश और बहते नालों के दौरान पुल पार करना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन और नागरिकों दोनों को ऐसे समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।