नागरिक अस्पताल में पहली बार सफल ट्रिप्लेट सीज़ेरियन,
जींद: नागरिक अस्पताल, जो अक्सर चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण सुर्खियों में रहता है, इस बार एक बड़ी उपलब्धि के लिए चर्चा में है। पहली बार यहां ट्रिप्लेट प्रेग्नेंसी (तीन बच्चों की गर्भावस्था) का सफल सीज़ेरियन ऑपरेशन किया गया। यह सामान्य डिलीवरी या सीज़ेरियन से कहीं अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया होती है। अस्पताल की चिकित्सा टीम ने अपनी कुशलता और विशेषज्ञता से इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
खुशी से झलके मां और परिजनों के चेहरे
ऑपरेशन के बाद मां और तीनों नवजात (दो बेटे और एक बेटी) पूरी तरह स्वस्थ हैं। परिजनों की आंखों में खुशी और चेहरे पर राहत की झलक साफ दिखाई दी। ट्रिप्लेट प्रेग्नेंसी को उच्च जोखिम वाली श्रेणी में रखा जाता है, जहां मां और शिशुओं की देखभाल अत्यधिक सतर्कता और विशेषज्ञता की मांग करती है।
डॉ. राशि और उनकी टीम की कड़ी मेहनत से मिली सफलता
इस जटिल सर्जरी को नागरिक अस्पताल की कुशल सर्जन डॉ. राशि ने अंजाम दिया। उनकी सटीक निर्णय क्षमता और संवेदनशील दृष्टिकोण ने मां और बच्चों को सुरक्षित जीवन प्रदान किया। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. मृतुंजय गुप्ता ने बेहतरीन ढंग से अपनी भूमिका निभाई, जिससे ऑपरेशन सहज और सफल बना। इसके अलावा, नर्सिंग स्टाफ से कुलदीप और जन्नत तथा सपोर्टिंग स्टाफ से सरोज, सुनीता और अन्य सदस्यों ने भी अपनी पूरी मेहनत और समर्पण से इस सफलता में योगदान दिया।
नागरिक अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं में हो रहा सुधार
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश भोला और डॉ. मृतुंजय गुप्ता ने बताया कि नियमित गायनेकोलॉजिस्ट की नियुक्ति के बाद प्रतिदिन चार से पांच सफल सीज़ेरियन ऑपरेशन हो रहे हैं। इससे सैकड़ों महिलाओं को घर के पास ही सुरक्षित मातृत्व सेवाएं मिलने लगी हैं। उन्होंने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे विशेष और जटिल मामलों को पूरी सुरक्षा और संवेदनशीलता के साथ अंजाम दिया जाएगा।
इस सफलता ने नागरिक अस्पताल को नई पहचान दी है और यह साबित कर दिया है कि संसाधनों की सीमाओं के बावजूद समर्पित टीमवर्क और विशेषज्ञता से असंभव को संभव बनाया जा सकता है।