BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल: मध्यप्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। राजधानी भोपाल में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित सत्यनारायण कथा के लिए कर्मचारियों को बुलाने का जो तरीका अपनाया, उसने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी। अधिकारी ने आमंत्रण के लिए पारंपरिक कार्ड या संदेश भेजने के बजाय सरकारी नोटशीट जारी कर दी।

सरकारी नोटशीट पर लिखा बुलावा
मामला लोक निर्माण विभाग (PWD) का है। भोपाल रीजन में तैनात चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने 5 सितंबर को अपने सरकारी बंगले (सीपीसी-1, चार इमली, भोपाल) पर सत्यनारायण कथा का आयोजन किया था। इस अवसर पर दोपहर 1 बजे से महाप्रसाद वितरण भी रखा गया था।
कर्मचारियों और अधिकारियों को बुलाने के लिए उन्होंने विभागीय नोटशीट पर निमंत्रण जारी किया, जिसमें लिखा था:
“भोपाल परिक्षेत्र लोक निर्माण विभाग कार्यालय के अधीनस्थ समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि… सत्यनारायण भगवान की कथा एवं महाप्रसादी का लाभ लेने हेतु सभी को उपस्थित होने के लिए कहा जाता है।”
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल
यह नोटशीट अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। कुछ लोग इसे मजाकिया नजरिए से देख रहे हैं, तो कई लोग इसे सरकारी संसाधनों का निजी कार्य में उपयोग करने का उदाहरण बताते हुए सवाल उठा रहे हैं।
तीन दिन पहले हुई इस कथा का आमंत्रण अब चर्चा का विषय बन गया है और लोग कह रहे हैं कि “मध्यप्रदेश को अजब-गजब यूं ही नहीं कहा जाता।”
मामला क्यों चर्चा में?
- अधिकारी ने सरकारी दस्तावेज पर निजी कार्यक्रम का बुलावा जारी किया।
- सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताते हुए आलोचना की।
- वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह भोपाल की प्रशासनिक कार्यसंस्कृति का हास्यास्पद उदाहरण है।





