BY: Yoganand Shrivastva
मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया है कि अगर सोनम के पिता देवी सिंह बेटी की शादी को लेकर ज़िद न करते, तो शायद ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या नहीं होती।
इंदौर पहुंची मेघालय पुलिस की टीम ने जांच में पाया कि सोनम ने शुरू में राजा से शादी से इनकार कर दिया था। उसने यह बात अपनी मां से भी साझा की थी, लेकिन पिता ने यह साफ कर दिया कि शादी उनके निर्णय के अनुसार ही होगी।
शादी से पहले घर में होती थी तकरार, पड़ोसियों ने बताई हकीकत
जांच के दौरान पुलिस ने जब सोनम के पड़ोसियों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि शादी से पहले सोनम के घर से अक्सर झगड़े की आवाजें आती थीं। इन झगड़ों का कारण अब जाकर साफ हुआ है—सोनम का विरोध और पिता की ज़िद।
पड़ोसियों ने यह भी कहा कि उन्होंने कई बार घर से ऊंची आवाजें सुनीं, लेकिन निजी मामला समझकर कुछ नहीं बोले।
शादी का दबाव पिता ने बनाया, बेटी ने किया समझौता
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम के भाई गोविंद ने राजा रघुवंशी को एक अच्छा वर मानते हुए परिवार में उसका प्रस्ताव रखा। कुंडली मिलाने के बाद पिता देवी सिंह ने शादी पक्की कर दी, लेकिन सोनम ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
जब सोनम ने कहा कि वह अपने भाई के बिज़नेस में हाथ बंटाना चाहती है, तब भी पिता को शक हुआ और उन्होंने यह बात नहीं मानी।
सोनम की मां ने भी माना कि बेटी ने अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि सोनम ने कहा था—”पापा बहुत जिद्दी हैं, वो कभी नहीं मानेंगे।”
सोनम ने दी थी चेतावनी: “इस रिश्ते को ऐसा अंजाम दूंगी कि दुनिया देखेगी”
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जब सोनम बार-बार शादी से इनकार करती रही, तो उसके पिता देवी सिंह ने उसे आत्महत्या की धमकी तक दे डाली। इस पर सोनम ने अपनी मां से कहा था—“इस रिश्ते को ऐसा खत्म करूंगी कि दुनिया देखेगी।”
इसके बाद जबरदस्ती 11 मई को सोनम और राजा की शादी कर दी गई। लेकिन शादी के 11 दिन पहले ही सोनम ने राज कुशवाह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच ली थी।
राज के साथ रिश्ते की जानकारी नहीं थी परिवार को
सोनम ने राजा से शादी से इनकार तो किया, लेकिन उसने राज कुशवाह के साथ अपने रिश्ते की जानकारी कभी परिवार को नहीं दी। सोनम की मां भी इस रिश्ते से अनजान थीं।
जब 8 जून को मेघालय पुलिस ने राज को गिरफ्तार किया, तब सोनम का भाई गोविंद भी हैरान रह गया। उसने बताया कि राज तो बस उनके यहां काम करने वाला कर्मचारी था, उसके और सोनम के बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं थी।
पुलिस की तीन दिन की पूछताछ में सामने आए कई तथ्य
पहला दिन (17 जून): पुलिस ने राजा रघुवंशी के घर जाकर उसकी मां और दोनों भाइयों से पूछताछ की। साथ ही वह फ्लैट भी चेक किया जहां हत्या के बाद सोनम ने कुछ वक्त बिताया था।
दूसरा दिन (18 जून): पुलिस सोनम के घर गई और भाई गोविंद से बात की। उसके ऑफिस और गोदाम की भी तलाशी ली गई। साथ ही राज कुशवाह के घर पर जाकर जानकारी जुटाई।
तीसरा दिन (19 जून): इंदौर क्राइम ब्रांच कार्यालय में सोनम के भाई गोविंद और तीन कर्मचारियों से पूछताछ की गई। इनमें दो युवतियां थीं। पुलिस को शक है कि ये सभी मामले से जुड़ी कुछ जानकारियां रखती हैं।
टैक्सी ड्राइवर से भी हुई पूछताछ
जिस टैक्सी से सोनम उत्तर प्रदेश भागी थी, उस टैक्सी के ड्राइवर पीयूष से भी पूछताछ की गई। क्राइम ब्रांच थाने में लगभग एक घंटे तक पूछताछ चली। दैनिक भास्कर ने जब उससे संपर्क किया, तो उसने साफ कहा, “जो कुछ कहना था, मैंने पुलिस को बता दिया है।”
इस मामले ने यह दिखा दिया कि पारिवारिक दबाव, जबरदस्ती और संवाद की कमी कैसे एक त्रासदी में बदल सकती है। एक बेटी की नापसंद शादी, एक पिता की जिद, और एक गुप्त रिश्ता—इन सबके टकराव में एक निर्दोष जान चली गई।